बिहार बोर्ड ने पास होने के बावजूद लड़की को कर दिया था फेल, हाईकोर्ट ने कॉपी की जांच कराई तो टॉप-10 में आई छात्रा

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बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बिहार बोर्ड) की लापरवाही का एक और बड़ा मामला सामने आया है। इसमें कक्षा 10 की एक छात्रा ने बोर्ड के खिलाफ हाईकोर्ट में कर दिया और जीत भी गई। जी हां, पटना हाईकोर्ट ने बिहार परीक्षा बोर्ड पर पांच लाख रुपए का जुर्माना लगाया है, क्‍योंकि बोर्ड ने बड़ी लापरवाही करते हुए छात्रा को पास होने के बावजूद उसे फेल घोषित कर दिया था।

PHOTO: BBC

पटना हाईकोर्ट का यह आदेश बीते बुधवार (18 अक्तूबर) को सहरसा जिले के एक विद्यालय की छात्रा प्रियंका सिंह के याचिका पर आया। प्रियंका ने पुनर्मूल्यांकन के लिए एक लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी और आखिर में उसे इंसाफ मिला। दरअसल, बिहार बोर्ड ने प्रियंका को फेल घोषित कर दिया था।

जिसके बाद प्रियंका ने अपने रिजल्ट को हाईकोर्ट में चुनौती दी। जांच में बोर्ड के बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ। छात्रा की याचिका पर जब पटना हाईकोर्ट के आदेश पर प्रियंका की कॉपी की दोबारा जांच की गई तो प्रियंका परीक्षा में प्रथम श्रेणी से पास ही नहीं बल्कि पूरे राज्य में उसे दसवां स्थान प्राप्त हुआ। कोर्ट ने बिहार बोर्ड पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है।

क्या है पूरा मामला?

बिहार के सहरसा के डीडी हाई स्कूल सरडीहा की इस छात्रा प्रियंका को दसवीं की परीक्षा में फेल घोषित कर दिया गया था। प्रियंका को संस्कृत में सिर्फ 9 नंबर मिले थे, जबकि विज्ञान में महज 49 नंबर। दो विषयों में फेल हो चुकी प्रियंका यह अच्छे से पता था कि उसने इससे कहीं बेहतर प्रदर्शन किया है।

प्रियंका ने अपने आंसर सीट को पुनर्मूल्यांकन के लिए भेजा लेकिन बोर्ड ने नो चेंज कहकर उसे वापस भेज दिया। इसके बाद प्रियंका हाईकोर्ट पहुंची। कोर्ट ने भी यह पाया कि उत्तर पुस्तिका की लिखाई और प्रियंका की लिखाई अलग-अलग है। इसके बाद अधिकारियों ने उसकी उत्तर पुस्तिका को किसी और की कह कर टालने की कोशिश की, लेकिन कोर्ट ने आदेश दिया कि सभी पेपरों का पुनर्मूल्यांकन किया जाए।

अदालत को फटकार के बाद प्रियंका की मूल कॉपी पेश की गई और बहाना यह बनाया गया कि बारकोडिंग गलत थी। जब कोर्ट के सामने जांच हुई तब प्रियंका के संस्कृत में 9 से बढ़कर 61 नंबर हो गए और विज्ञान में 49 से बढ़कर 80 नंबर आए। इस पूरे मामले पर हाईकोर्ट का आदेश आ जाने के बाद बिहार बोर्ड बैकफुट पर है।

 

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