गुरुवार(12 अक्टूबर) को चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किया लेकिन गुजरात चुनाव की घोषणा न करने पर विवादों में घिरे चुनाव आयोग पर तंज कसते हुए पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा कि, उसने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपनी अंतिम चुनावी रैली में सारी सौगातें बांट लेने के बाद चुनाव की तारीख तय करने के लिए अधिकृत कर दिया है।
फाइल फोटो- कांग्रेस नेता पी चिदंबरमपूर्व वित्त और गृहमंत्री ने यह कटाक्ष किया कि गुजरात सरकार द्वारा सभी रियायतों और सौगातों की घोषणा करने के बाद चुनाव आयोग को उसकी लंबी छुट्टी से वापस बुला लिया जाएगा। उन्होंने ट्वीट कर कहा, चुनाव आयोग ने प्रधानमंत्री को उनकी अंतिम रैली में गुजरात चुनाव की तारीख घोषित करने के लिए अधिकृत कर दिया है और कृपया चुनाव आयोग को सूचित कर देने के लिए कहा है।
EC has authorised PM to announce date of Gujarat elections at his last rally (and kindly keep EC informed).
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) October 20, 2017
उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखा है कि चुनाव आयोग को इस बात के लिए भी याद किया जाएगा कि उसकी विस्तारित छुट्टियों ने गुजरात सरकार को कई मुफ्त की चीजें देने और लोकलुभावन घोषणाएं करने का वक्त दे दिया है।
EC will be recalled from its extended holiday after Gujarat Govt has announced all concessions and freebies.
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) October 20, 2017
बता दें कि, इससे पहले भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के सांसद वरुण गांधी ने शुक्रवार(13 अक्टूबर) को चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए आयोग को बिना दांत का शेर बताया था।
गौरतलब है कि, चुनाव आयोग ने 12 अक्तूबर को घोषणा की थी कि हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव नौ नवंबर को होंगे लेकिन गुजरात चुनाव कार्यक्रम की घोषणा टाल दी थी। आयोग ने केवल इतना कहा था कि गुजरात में चुनाव 18 दिसंबर से पहले होंगे।
कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि सरकार ने गुजरात विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा में देरी करने के लिए आयोग पर दबाव बनाया ताकि प्रधानमंत्री को 16 अक्तूबर को अपने गृह नगर के दौरे के दौरान फर्जी सांता क्लाज बनने का मौका मिल सके और वह सौगातों की बारिश कर सकें।
पार्टी ने कहा था कि हिमाचल प्रदेश के साथ ही गुजरात के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित करने से वहां तुरंत आदर्श आचार संहिता लागू हो जाती।
निर्वाचन आयोग की आलोचना करने के लिए कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथ लेते हुए भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा था कि संवैधानिक ईकाई पर बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं। प्रसाद ने कहा था, मैं कहूंगा कि वे राज्य में भाजपा की चुनावी संभावनाओं से घबराए हुए हैं।