केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बोफोर्स मुद्दे पर और कांग्रेस के नेताओं की कथित घोटाले में शामिल होने पर साफ रहने के लिए कहा है। स्मृति ईरानी ने बोफोर्स के मामले को लेकर कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला है।
एक टीवी चैनल के खुलासे के बाद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने प्रेस कांफ्रेस करके कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा। ईरानी से पीसी में माइकल हर्षमेन नाम के एक शख्स का नाम लेते हुए कई खुलासे किए। स्मृति इरानी ने कहा है कि बोफोर्स केस को लेकर निजी जासूस माइकल हर्शमैन के दावों पर कांग्रेस को जवाब देना चाहिए।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने हर्शमैन के इंटरव्यू का हवाला देते हुए दावा किया कि दिवंगत कांग्रेस नेता राजीव गांधी की अगुवाई वाली सरकार ने उसकी बोफोर्स घोटाले की जांच में रोड़े अटकाए थे।
स्मृति ने सवाल किया कि देश के नागरिक आज भी बोफोर्स मामले का सच जानना चाहते हैं। भारतीय बोफोर्स मामले में जवाबदेही की मांग कर रहे हैं। राजीव गांधी से मिलने वाला पाकिस्तानी नागरिक कौन था जिसके बारे में हर्शमैन ने जिक्र किया है।
स्मृति ने कहा कि हर्शमैन के अनुसार उन्हें बोफोर्स मामले में घूस देने और एक बार जान से मारने का प्रयास किया गया । हर्शमैन का यह भी कहना है कि राजीव गांधी को जब इसका पता चला तब उसके बाद CBI ने छापेमारी की और बैंक को बंद कर दिया गया । तब एक पाकिस्तानी नागरिक ने एक बड़े ब्रीफकेस के साथ उनसे मुलाकात की थी और 48 घंटे के भीतर बैंक दोबारा खुल गया।
जबकि इस मामले में कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, शाहजादा को बचाने के लिए भाजपा उलटफेर कर रही है। बेटा बचाओ अभियान निराधार मंत्रियों द्वारा बोफोर्स के मृत घोड़ों को मारकर सफल नहीं होगा।
BJP is clutching at straws to save Shah_Zada.‘Beta Bachao Abhiyan’ won’t succeed by flogging dead horses of Bofors by discredited ministers.
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) October 18, 2017