यूपी सरकार में वरिष्ठ मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या की बेटी संघमित्रा ने एक किताब प्रधानमंत्री मोदी की तारीफों में लिखी है। इसमें उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी को एक नायक के तौर पर दिखाया है। लेकिन इसी किताब में योगी आदित्यनाथ की जो छवि दिखाई गई है वो उन्हें एक कट्टर हिन्दूवादी नेता के तौर पर दिखाई देती है।
पीएम मोदी की प्रशंसा में लिखी गई यह किताब सीएम योगी के लिए फजीहत बनती जा रही है। इस पुस्तक में यूपी के वरिष्ठ मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या की बेटी संघमित्रा मौर्या ने योगी के विवादास्पद अतीत और उनके भड़काऊ भाषणों का जिक्र किया है।
पुस्तक का नाम है ‘मोदित्व के मायने’ जिसमें पूरी तरह से पीएम मोदी को केन्द्र में रखा गया है। लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जिक्र इसमें अलग तरह से करके दिखाया गया है। नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट कहती है कि पुस्तक के सहयोगी लेखक दीपक कहते है कि सीएम योगी के सांसद बनने तक की कहानी हमने इसमें दिखाई है, उनके राज्य के दंगें, विवादित बयान और उनके सख्त हिंदूवादी होने का जिक्र इस पुस्तक में है।
इसमें बताया गया है कि अगस्त 2014 के एक विडियो का जिक्र है, जिसमें सीएम योगी उनके समर्थकों से यह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि यदि वे (मुस्लिम) एक हिंदू लड़की का धर्म परिवर्तन करवाते हैं तो हम 100 मुस्लिम लड़कियों का धर्म परिवर्तन करवाएंगे। योगी ने उस समय इस वीडियो पर कोई भी प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया था। योगी ने कहा था कि यह मीडिया का काम है कि वे खोजें कि उन्होंने ये शब्द कब कहे थे।
मुख्यमंत्री योगी के संदर्भ में अन्य जगह लिखा है कि योगी ने अगर कहा है कि अगर वह उनके रास्ते पर चले तो वह देश की हर मस्जिद में हिंदू देवी-देवताओं (गौरी, गणेश) की मूर्तियां होंगी। इसी तरह के कुछ अन्य उदाहरणों के साथ पुस्तक में मुख्यमंत्री योगी का जिक्र है जिसमें वह एक कट्टर नेता के तौर पर दिखते है।