कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अपने ही संसदीय क्षेत्र अमेठी में उनके प्रस्तावित दौरे की इजाजत नहीं मिली है। जी हां, जिला प्रशासन ने त्योहारों का हवाला देते हुए पांच अक्टूबर के पहले सुरक्षा देने से हाथ खड़े कर दिए हैं। स्थानीय प्रशासन द्वारा इस संबंध में एक पत्र लिखकर कहा गया है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष पांच अक्टूबर के बाद कभी भी आ सकते हैं, लेकिन फिलहाल उनका प्रस्तावित दौरा रद्द कर दिया गया है।
फोटो- @OfficeOfRGबता दें कि कांग्रेस उपाध्य राहुल गांधी का अमेठी दौरा चार अक्टूबर को प्रस्तावित है, जो छह अक्टूबर तक चलना है। कांग्रेस कमिटी को इस मामले में लिखित पत्र भेजा है जिसमें जिला प्रशासन ने राहुल गांधी को किसी भी तरह की सुरक्षा देने से मना कर दिया है।
अमेठी प्रशासन द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया है, ‘दुर्गा पूजा, दशहरा और मोहर्रम का त्योहार पांच अक्टूबर तक जिले के कई स्थानों पर समाप्त होगा। इस अवसर पर शांति एवं कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिले के अधिकांश पुलिस बल ड्यूटी में व्यस्त रहेंगे।
पत्र में कहा गया है कि जिसके कारण राहुल गांधी के दौरे पर शांति, सुरक्षा व कानून-व्यवस्था बनाए रखने में काफी असुविधा होगी। प्रशासन ने ये कारण बताते हुए आगे लिखा कि अत: अनुरोध है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष का दौरा पांच अक्टूबर के बाद कोई भी अन्य तिथि अपने स्तर से नियत करने का कष्ट करें।
वहीं, कांग्रेस ने प्रशासन के इस कदम को खारिज करते हुए कहा कि राहुल गांधी का यह दौरा किसी भी कीमत पर रद्द नहीं होगा। “जनता का रिपोर्टर” से बातचीत में कांग्रेस प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष से योगी सरकार डरी हुई है। उन्होंने कहा कि राहुल जी इस समय देश के अहम मुद्दों को उठा रहे हैं, जिस वजह से योगी सरकार कोई ना कोई बहाना बनाकर उनके दौरे को टालना चाहती है।
सिंह ने जिला प्रशासन के दावों को खारिज करते हुए कहा कि सभी त्योहार आज(रविवार) से कल (सोमवार) तक समाप्त हो जाएंगे, ऐसे में प्रशासन द्वारा त्योहारों का हवाला देना सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि अमेठी राहुल गांधी का सिर्फ संसदीय क्षेत्र नहीं बल्कि यह उनका घर भी है। कांग्रेस नेता ने कहा कि राहुल गांधी का दौरा निर्धारित समय पर ही होगा, योगी सरकार किसी को अपने घर आने से नहीं रोक सकती है।