प्रद्युम्न मर्डर केस: 10 दिन बाद खुलकर फिर बंद हुआ रयान इंटरनेशनल स्कूल

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सात वर्षीय छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की हत्या के 10 दिन बाद सोमवार(18 सितंबर) को गुरुग्राम के भोंडसी स्थित रयान इंटरनेशनल स्कूल खुला तो लेकिन सुरक्षा कारणों से इसे फिर से बंद कर दिया गया है। जी हां, रयान इंटरनेशनल स्कूल अब 25 सितंबर तक बंद रहेगा, क्योंकि प्रद्युमन के परिजनों ने आशंका जताई थी कि स्कूल खुलने पर महत्वपूर्ण साक्ष्य नष्ट हो सकते हैं। गौरतलब है कि सात वर्षीय मासूम की स्कूल में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।

(HT file photo)

सोमवार को स्कूल खुला था लेकिन उपस्थिति काफी कम रही। पीड़ित बालक के पिता के आपत्ति जताने के बाद जिला प्रशासन ने स्कूल को अगले हफ्ते सोमवार (25 सितंबर) तक बंद रखने का फैसला किया। इस बीच प्रद्युमन की हत्या की जांच कर रही गुरूग्राम पुलिस कमजोर जांच को लेकर स्थानीय अदालत में बैकफुट पर रही। गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों को 29 सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

पीड़ित के पिता ने कड़ाई से कहा था कि जब तक मामला सीबीआई के हाथों में नहीं चला जाता तब तक स्कूल को नहीं खोला जाना चाहिए। उसके पिता ने कहा कि जिला प्रशासन ने स्कूल फिर खोल दिया है, ऐसे में मान लीजिए अगर भीतर किसी भी तरह के साक्ष्य अभी मौजूद हैं तो उन्हें नष्ट किया जा सकता है। मैं जिला प्रशासन के फैसले पर जोरदार आपत्ति दर्ज करवाता हूं और प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिख इस मामले में दखल देने की मांग की है।

इससे पहले उन्होंने उपायुक्त विनय प्रताप सिंह को ईमेल लिखा था और उनसे इस फैसले पर पुन: विचार करने का अनुरोध किया था। परिवार के जोर देने पर उन्होंने स्कूल को 25 सितंबर तक बंद करने का फैसला किया। रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को स्कूल खुला लेकिन केवल 250 छात्र-छात्राएं ही आए जबकि कुल छात्रों की संख्या 1200 है।

बता दें कि प्रशासन ने स्कूल को अगले तीन महीनों के लिए अपने हाथों में ले लिया है, लेकिन अभिभावक अभी भी खौफ में हैं। सिंह ने कहा कि हमने दस दिन के बाद स्कूल खोला लेकिन प्रद्युमन के परिवार ने घोर आपत्ति जताई जिसके बाद हमने उनकी चिंताओं के मद्देनजर स्कूल को बंद करने का फैसला लिया तथा अन्य सुरक्षा उपाय भी किए।

इससे पहले ठाकुर ने स्कूल खोलने के फैसले के बाद जिला प्रशासन की नीयत पर सवाल उठाए थे। उन्होंने पीटीआई से कहा था कि प्रद्युमन हत्याकांड अब सीबीआई को सौंप दिया गया है, लेकिन एजेंसी ने अभी गुरूग्राम पुलिस एसआईटी से इस मामले को अपने हाथ में नहीं लिया है।

इसलिए पूरी-पूरी संभावना है कि सबूत नष्ट किए जा सकते हैं क्योंकि स्कूल का संचालन करने वाले शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारी वही हैं। ठाकुर ने कहा था कि उन्होंने फैसला किया है कि प्रद्युमन की बहन अब रेयान इंटरनेशनल स्कूल नहीं जाएगी।

आरोपी ने बदला बयान

इस बीच प्रद्युम्न की हत्या के आरोपी बस कंडक्टर अशोक ने सोमवार(18 सितंबर) को अपना बयान बदल लिया है। सोमवार को विशेष कोर्ट में कहा कि उसने प्रद्युम्न की हत्या नहीं की, बल्कि पुलिस के दबाव में अपराध कबूल किया। आरोपी ने कहा कि उसे पुलिस ने फंसाया है और हत्या का जुर्म कबूल करने के लिए उस पर दबाव बनाया गया। कोर्ट ने तीनों आरोपियों अशोक कुमार, फ्रांसिस थॉमस और जे थॉमस को 29 सितंबर तक जेल भेज दिया है।

 

 

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