अर्थव्यवस्था के मामले में लगातार बड़े-बड़े दावे कर रही केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की कलई जीडीपी के आंकड़ों ने पूरी तरह से खोलकर रख दी है। नोटबंदी और जीएसटी लागू होने से देश की जीडीपी में बड़ा गोता लगा है। इस बीच पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार को एक बार फिर चेतावनी देते हुए कहा है कि विकास दर में काफी तेजी से गिरावट हो सकती है।
File Photo: PTIपूर्व पीएम ने सिंह ने मोदी सरकार को यह चेतावनी शनिवार (16 सितंबर) को न्यूज 18 को दिए एक इंटरव्यू में दी। सिंह ने कहा कि नोटबंदी और GST का फैसला जल्दबाजी में लिया गया। उन्होंने कहा कि यह फैसला जीडीपी को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करेगा। दरअसल, पूर्व पीएम की यह चेतावनी इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि आरबीआई की हालिया रिपोर्ट में सामने आए नोटबंदी के आकड़ों और जीडीपी की विकास दर में आई गिरावट से मोदी सरकार के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है।
Demonetisation and GST decision taken in haste. This will affect GDP growth adversely: Former PM Manmohan Singh to CNN-News18 pic.twitter.com/iT6K3d8kTF
— News18 (@CNNnews18) September 16, 2017
नोटबंदी पर दी थी चेतावनी
मोदी सरकार का कहना है कि जीडीपी में गिरावट की वजह नोटबंदी नहीं है। लेकिन थोड़ा पीछे जाकर देखें, तो नोटबंदी लागू होने के बाद जब संसद में इस पर बहस हो रही थी उस वक्त पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने सरकार पर इसको लेकर चेताया था। और आज उनकी कही बातें अब हकीकत होती दिखाई दे रही है। नोटबंदी को लेकर संसद में बहस के दौरान 24 नवंबर 2016 को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार को चेतावनी दी थी।
उस दौरान सिंह ने साफ कहा था कि नोटबंदी भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है। मनमोहन सिंह ने कहा था कि नोटबंदी की वजह से जीडीपी ग्रोथ में 2 फीसदी तक की कमी आ सकती है। वर्ष 1991 में देश में आर्थिक उदारीकरण लाने के लिए श्रेय के हकदार मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार के फैसले को ‘स्मारकीय कुप्रबंधन’ और ‘संगठित लूट व कानूनी डाका’ बताया था।
सच हुई मनमोहन सिंह की भविष्यवाणी
आखिरकार मनमोहन सिंह की भविष्यवाणी सच साबित हो गई, क्योंकि चालू वित्त वर्ष की जून में खत्म हुई तिमाही के दौरान देश की जीडीपी की वृद्धि दर में गिरावट दर्ज की गई है। मौजूदा वित्त वर्ष 2017-18 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में आर्थिक विकास दर गिरकर 5.7 प्रतिशत पर आ गई।
जबकि पिछले वित्त वर्ष 2016-17 की पहली तिमाही में जीडीपी की ग्रोथ 7.9 फीसदी थी। लगातार तीसरी तिमाही में नोटबंदी के चलते जीडीपी की ग्रोथ पर असर दिखाई दिया है। यानी नोटबंदी के बाद से लगातार जीडीपी में गिरावट आई है। यही वजह से लोगों का कहना है कि अर्थशास्त्री सिंह की इस चेतावनी को भी मोदी सरकार को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।