जवाहरलाल नेहरू यूनिवसिर्टी (JNU) छात्रसंघ चुनाव में लेफ्ट ने एक बार फिर जीत का परचम लहराया है। जेएनयूएसयू के केन्द्रीय पैनल के लिए हुए चुनाव में यूनाइटेड लेफ्ट (आईसा, एसएफआई और डीएसएफ) ने बाजी मारते हुए सभी चारों सीटों पर कब्जा कर लिया है। वाम प्रत्याशियों ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) समर्थित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद(ABVP) के अधिकतर उम्मीदवारों को बड़े अंतर से हराया है।
फाइल फोटो: HTहालांकि, हमेशा अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के वरिष्ठ नेता व राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय न इस बार जेएनयू छात्रसंघ चुनाव को लेकर चर्चा में हैं। दरअसल, बीजेपी नेता शनिवार(9 सितंबर) को JNUSU चुनाव परिणाम आने के पहले ही ABVP की जीत की घोषणा कर दी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जेएनयू में वोटों की गिनती अभी जारी उसी दौरान कैलाश विजयवर्गीय ने JNUSU में ABVP की जीत से संबंधित दो ट्वीट कर डाले, जो वायरल हो गया।
कैलाश विजयवर्गीय ने अपने पहले ट्विट में लिखा, ‘भारत के टुकड़े करने वालों की हार हुई और भारत माता की जय करने वालों की जीत। @ABVPVoice कार्यकर्ताओं को हार्दिक बधाई।’
वहीं, एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, ‘JNU में अध्यक्ष पद पर @ABVPVoice की जीत राष्ट्रवाद की जीत है।’
बता दें कि अध्यक्ष पद के लिए कड़ी टक्कर हुई जिसमें यूनाइटेड लेफ्ट की प्रत्याशी गीता कुमारी ने एबीवीपी की निधि त्रिपाठी को 464 मतों से हराया। चुनाव अधिकारियों ने बताया कि बापसा बिरसा अंबेडकर फुले स्टूडेंट्स एसोसिएशन की शबाना अली को 935 मत मिले हैं।
वहीं, उपाध्यक्ष पद के लिए आइसा की सिमोन जोया खान को 1,876 वोट मिले। चुनाव में कुछ 4,620 वोट पड़े, जिनमें से एबीवीपी प्रत्याशी दुर्गेश कुमार के हिस्से में महज 1,028 वोट आये। जबकि वाम के दुग्गीराला श्रीकृष्ण ने महासचिव पद अपने नाम किया, उन्हें 2,080 वोट मिले। संयुक्त सचिव का पद भी वाम के शुभांशु सिंह के हिस्से गया जिन्हें 1,755 मत मिले।