साध्वी से दुष्कर्म के दो मामलों में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिए जाने के बाद हरियाणा में फैली हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पहली बार चुप्पी तोड़ी है। बुधवार(30 अगस्त) को मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया। विपक्ष द्वारा इस्तीफा मांगे जाने के सवाल पर सीएम खट्टर ने कहा कि जो मांगता है वो मांगता रहे, हमने अपना काम अच्छी तरह से किया था।
file photoदरअसल, बुधवार(30 अगस्त) को भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अध्यक्ष अमित शाह के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर ने कहा कि हमने स्थिति की विस्तृत जानकारी दी, हमने कोर्ट के आदेशों का पालन किया था। इस्तीफे के सवाल पर उन्होंने कहा कि जो मांगता है वह मांगता रहे, हमने अपना काम अच्छी तरह किया था।
बता दें कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की एक विशेष अदालत ने साध्वी से दुष्कर्म के दो मामलों में दोषी करार दिए गए डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सोमवार(28 अगस्त) को 10-10 साल की सश्रम कैद की सजा सुनाई गई। अब बाबा को 20 साल जेल में रहना होगा, क्योंकि दोनों सजाएं एक के बाद एक चलेंगी। यानी एक सजा पूरी होने के बाद दूसरी शुरू होगी।
जेल के साथ ही विशेष सीबीआई जज जगदीप सिंह ने राम रहीम पर दोनों मामलों में 15-15 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है। जुर्माना न अदा करने पर राम रहीम को दो-दो साल की और सश्रम कैद भुगतनी होगी। इनमें से 14-14 लाख रुपये की राशि दोनों पीड़िताओं को दी जाएगी।
वहीं, इससे पहले डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को बलात्कार के मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद हुई हिंसा में 36 लोगों की मौत हो गई थी। राम रहीम को दोषी ठहराए जाने के तुरंत बाद ही उनके समर्थक उग्र हो गए और हरियाणा-पंजाब समेत पांच राज्यों में उन्होंने जमकर बवाल काटा था।