दिल्ली के निजी स्कूल छात्रों की बढ़ी हुई फीस कर रहें है वापस, वहीं यूपी के स्कूल फीस ना भरने पर छात्रों को ही कर रहें है बाहर

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दिल्ली सरकार ने 449 निजी स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के कुछ दिनों बाद ही न्यायमूर्ति अनिल देव सिंह के आदेश को लागू करने के लिए अनुचित शुल्क में बढ़ोतरी वापस करने और अतिरिक्त शुल्क का भुगतान करने के लिए कई स्कूलों ने सार्वजनिक नोटिस जारी करना शुरू कर दिया है। ताकि स्कूलों में भरे अतिरिक्त पैसे माता-पिता को मिल सके।

फोटो- outlookindia

जिसके बाद लोधी एस्टेट में सरदार पटेल विद्यालय, नेहरू नगर में ऑक्सफोर्ड पब्लिक स्कूल, गुड़गांव में हीरा पब्लिक स्कूल, दीनपुर में श्रीमती मिश्री देवी ज्ञान निकेतन स्कूल सहित कई विद्यालयों ने न्यूज़पेपर में नोटिस जारी कर माता-पिता को 5 सितंबर तक अतिरिक्त शुल्क लेने के लिए कहा है।

बता दें कि, 16 अगस्त को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि, दिल्ली सरकार प्राइवेट स्कूलों के कामकाज में दखल नहीं देना चाहती, लेकिन जो प्राइवेट स्कूल जस्टिस अनिल देव सिंह कमिटी की रिपोर्ट को लागू नहीं करेंगे, मजबूरन उन स्कूलों को टेकओवर करने जैसे कदम भी उठाने पड़ेंगे।

कुछ दिनों पहले ही दिल्ली सरकार के उस प्रस्ताव को एलजी अनिल बैजल ने मंजूरी दे दी है जिसमें फीस वापस न लौटाने पर स्कूलों के टेकओवर की बात कही गई है। सरकार ने कुछ दिन पहले ही 449 स्कूलों को फीस वापसी के मुद्दे पर नोटिस जारी किया था, इन स्कूलों को बढ़ी हुई फीस वापस लौटाने के लिए निर्देश दिए गए थे।

जिसके बाद अब तमाम निजी स्कूलों ने न्यूज़पेपर में नोटिस जारी कर बता रहें है कि, माता-पिता स्कूलों में आकर अपने पैसे वापस ले। वहीं दूसरी और बीजेपी शासित राज्य उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में इंदिरापुरम डीपीएस स्कूल में फीस जमा नहीं करने पर 13 छात्रों का नाम काट दिया। इसको लेकर स्कूल की प्रधानाचार्य ने कहा है कि अभिभावकों ने जानबूझकर फीस नहीं जमा की है।

स्कूल प्रबंधन के कई बार सूचना देने के बावजूद फीस जमा नहीं करना उनकी ही लापरवाही है। स्कूल की प्रधानाचार्या मीता राय का कहना है कि इन बच्चों के अभिभावकों ने दो तिमाही की फीस और वार्षिक शुल्क जमा नहीं किया है, जिसके चलते स्कूल को यह सख्त कदम उठाना पड़ा है।

ऐसा ही एक मामला यूपी के कांधला-बुढ़ाना मार्ग पर डांगरौल गांव के निकट स्थित एक निजी स्कूल से सामने आया है। जहां पर अभिभावक ने स्कूल की फीस तो भर दी लेकिन जब अभिभावक ने फीस की पक्की रसीद मांगी तो नाराज प्रबंधन ने उसकी बेटी को स्कूल से ही निकाल दिया। जिसके बाद नाराज़ अभिभावक ने बुधवार को कलक्ट्रेट दफ्तर पहुंचकर डीएम को शिकायती पत्र देकर स्कूल प्रबंधक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

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