एक सप्ताह के भीतर उत्तर प्रदेश में लगातार दो रेल हादसा होने के बाद रेल बोर्ड के चेयरमैन अशोक मित्तल ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु को अपना इस्तीफा सौंप दिया। लेकिन अब ख़बर आ रही है, रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेल हादसे की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पीएम मोदी से मिलकर अपने इस्तीफे की पेशकश की है।
फाइल फोटोबुधवार(23 अगस्त) को एक के बाद एक किए कई ट्वीट्स में उन्होंने न केवल इन हादसों की नैतिक जिम्मेदारी ली, बल्कि अपना पक्ष रखने की भी कोशिश की।
I met the Prime Minister taking full moral responsibility. PM has asked me to wait: Railway Minister Suresh Prabhu
— ANI (@ANI) August 23, 2017
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट कर कर कहा कि मैं रेल हादसे की जिम्मेदारी लेता हूं। उन्होंने कहा कि मैंने पीएम से मिल दोनों रेल हादसों की नैतिक जिम्मेदारी ली, पीएम मोदी ने मुझसे इंतजार करने को कहा।
In less than three years as Minister, I have devoted my blood and sweat for the betterment of the Railways (1/5)
— Suresh Prabhu (@sureshpprabhu) August 23, 2017
सुरेश प्रभु ने कहा कि हालिया हादसों से मैं बुरी तरह आहत हूं, कई लोग घायल हुए और कई को अपनी जान गंवानी पड़ी। प्रभु ने कहा कि मंत्री रहते हुए तीन साल मैंने अपना खून-पसीना रेलवे को बेहतर करने में लगाया है।
बता दें कि, आज तड़के आजमगढ़ से दिल्ली आ रही कैफियत एक्सप्रेस औरैया के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई है। मानव रहित फाटक पर फंसे एक डंपर में ट्रेन के टकराने से 10 डिब्बे पटरी से उतर गए। इस हादसे में 74 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 4 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के खतौली में शनिवार(19 अगस्त) शाम पुरी-हरिद्वार उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन के 14 डिब्बे पटरी से उतर जाने के कारण कम से कम 23 यात्रियों की मौत हो गई थी, जबकि 156 से ज्यादा लोग जख्मी हो गए थे।
बता दें कि, लगातार हो रहे हादसों के बाद रेलवे पर लगातार सवाल खड़े हो रहे थे। विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साध रहा था। वहीं दूसरी और लालू यादव ने मुजफ्फरनगर हादसे के बाद रेल मंत्री सुरेश प्रभु से इस्तीफा देने की मांग की थी।