उत्तर प्रदेश की योगी सरकार द्वारा राज्य के सभी मदरसों में स्वतंत्रता दिवस(15 अगस्त) के दिन राष्ट्रगान गाने और तिरंगा फहराए जाने की वीडियोग्राफी करने के आदेश का पालन नहीं किया है उनके खिलाफ रासुका के तहत शख्त कार्रवाई हो सकती है।
(PTI)जी हां, बरेली के कमिश्नर (मंडलायुक्त) पी वी जगमोहन ने गुरुवार(17 अगस्त) कहा कि स्वतंत्रता दिवस के दिन झंडा फहराये जाने के आदेश को जिसने नहीं माना होगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि आदेश नहीं मानने वालों के खिलाफ नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (एनएसए) भी लगाया जा सकता है।
न्यूज एजेंसी भाषा से मंडलायुक्त ने कहा कि अगर किसी मदरसे के बारे में ऐसी शिकायत मिली कि उसने सरकार का आदेश न मानते हुए झंडा नहीं फहराया होगा और राष्ट्रगान नहीं गाया होगा तो इसकी जांच होगी और जो दोषी होगा उसके खिलाफ कानून के दायरे में कार्रवाई होगी।
उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधिकारियों को कहा गया है कि वह तुरंत उन मदरसों की सूची सौंपे जहां राष्ट्रगान नहीं गाया गया। इस मामले में अगर जनता की तरफ से कोई शिकायत मिली तो उसकी भी जांच की जाएगी। इससे पहले कमिश्नर ने बुधवार(16 अगस्त) को न्यूज एजेंसी ANI से भी यह बात कह चुके हैं।
The Madrasa which did not sing national anthem will be probed and NSA can be imposed against them: PV Jagmohan,Bareilly Div Commissioner pic.twitter.com/naRz5gH2TP
— ANI UP (@ANINewsUP) August 16, 2017
क्या है मामला?
दरअसल, उत्तर प्रदेश मदरसा परिषद बोर्ड की ओर से इसी महीने तीन अगस्त को जिला अल्पसंख्यक अधिकारी को एक पत्र भेज कर निर्देश दिया गया था कि राज्य के सभी मदरसों में 15 अगस्त को सुबह आठ बजे झंडारोहण एवं राष्ट्रगान होगा। जबकि 8.10 मिनट पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को श्रद्धांजलि दी जाए।
UP Madarsa Shiksha Parishad directs all Madarsas in the state to unfurl national flag and recite national anthem on August 15 pic.twitter.com/rZr44e1YXl
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 11, 2017
साथ ही इन मदरसों में उपरोक्त आदेशों का पालन हुआ कि नहीं इसके सबूत के तौर पर सभी कार्यक्रमों की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराकर जिले के अल्पसंख्यक अधिकारी को सौंपने का भी फरमान जारी किया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यूपी के ज्यादातर मदरसों ने सरकार के आदेश का पालन किया है। लेकिन कथित तौर पर बरेली शहर के काजी के मदरसे में राष्ट्रगान न गाए जाने का फरमान जारी हुआ था। अगर यह आरोप सही साबित होता है उनके खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई हो सकती है।