उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्षेत्र गोरखपुर की बदहाल व्यवस्था को दर्शाने वाली घटना के सामने आने के बाद देश भर में हड़कंप मच गया है। बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी से 48 घंटे के दौरान 33 और पिछले एक सप्ताह के दौरान 79 मासूमों की मौत ने सबको झकझोर दिया है।
Photo: PTIइस हादसे से पूरा देश सदमे में है। यह घटना देसी-विदेशी मीडिया सहित सोशल मीडिया पर भी छाया हुआ है। इस बीच रविवार(13 अगस्त) को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा गोरखपुर पहुंचे। अस्पताल का निरीक्षण किया और अधिकारियों से रिपोर्ट ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना में दोषियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होगी कि मिसाल बनेगी।
मोदी के मंत्री कुलस्ते के विवादित बोले
पिछले एक सप्ताह में 79 मासूमों की मौत ने योगी सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है। विपक्ष के साथ-साथ दूसरी बड़ी हस्तियां भी इस मामले को लेकर सरकार से सवाल पूछ रही है। इस बीच मोदी सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का विवादित बयान सामने आया है।
न्यूज एजेंसी ANI से इस मामले पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि, ‘इसमें किसी की साजिश भी हो सकती है।’ उन्होंने कहा कि, ‘9 तारीख से पहले की मौतें और 9-12 अगस्त के आंकड़े देखें तो स्पष्ट रूप से समझ आएगा कि जो दबाव है, उस दबाव के कारण मौतें हुई हैं।’
9 tarikh se pehle ke death aur 9-12 ke aakade dekhe to spasht roop se samajh ayega ki jo dabaav hai uss dabaav ke karan death hui-FS Kulaste
— ANI (@ANI) August 13, 2017
भावुक हुए सीएम योगी
रविवार को अस्पताल के दौरे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रेस कॉन्फेंस के दौरान घोषणा करते हुए कहा कि बच्चों की मौत के मामले की गहन जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से इस मामले में कोई लापरवाही नहीं हुई है। उन्होंने दावा किया कि बच्चों की मौत ऑक्सिजन की कमी के चलते नहीं हुई। सीएम योगी मीडिया से बात करते हुए भावुक भी हो गए।
मीडिया को दी नसीहत
इस दौरान सीएम योगी ने मीडिया कवरेज पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि आप सभी पत्रकार लोग सरकारी अस्पतालों में जाइए। बाहर से रिपोर्टिंग नहीं, मौके पर जाइए वार्ड में। मैं आपको इस बात की सुविधा देने जा रहा हूं। प्रत्येक पत्रकार को कैमरा के साथ भीतर जाने की इजाजत होगी। उन्होंने कहा कि बाहर रहकर फेक रिपोर्टिंग नहीं करनी चाहिए।
सभी पत्रकारों को वार्ड के अन्दर जाकर यथास्थिति की जानकारी लेनी चाहिए। मुझे इन्सेफेलाइटिज की पीड़ा है। सीएम ने कहा कि केंद्र व राज्य के कई अधिकारी गोरखपुर में मौजूद हैं। प्रधानमंत्री जी ने पूरी मामले की जानकारी लेने के लिए कुछ स्तरीय चिकित्सकों की टीम यहां भेजी हैं। उन्होंने अपना कार्य भी शुरू कर दिया है।