उपराष्ट्रपित हामिद अंसारी ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिन के ठीक पहले बुधवार(9 अगस्त) को बिना नाम लिए मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला। निवर्तमान उपराष्ट्रपति ने ‘स्वीकार्यता के माहौल’ को खतरे में बताते हुए कहा है कि देश के मुस्लिमों में बेचैनी का अहसास और असुरक्षा की भावना है। बता दें कि उपराष्ट्रपति के तौर पर 80 साल के अंसारी का दूसरा कार्यकाल गुरुवार(10 अगस्त) को पूरा हो रहा है।
File Photo: NDTVअंसारी ने कहा कि उन्होंने असहनशीलता का मुद्दा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कैबिनेट सहयोगियों के सामने उठाया है। उन्होंने इसे ‘परेशान करने वाला विचार’ करार दिया कि नागरिकों की भारतीयता पर सवाल उठाए जा रहे हैं। राज्यसभा टीवी को दिए एक इंटरव्यू में जब अंसारी से पूछा गया कि क्या उन्होंने अपनी चिंताओं से प्रधानमंत्री को अवगत कराया है, इस पर उपराष्ट्रपति ने ‘हां’ कहकर जवाब दिया।
सरकार की प्रतिक्रिया पूछे जाने पर अंसारी ने कहा कि यूं तो हमेशा एक स्पष्टीकरण होता है और एक तर्क होता है। अब यह तय करने का मामला है कि आप स्पष्टीकरण स्वीकार करते हैं कि नहीं और आप तर्क स्वीकार करते हैं कि नहीं।’ इस इंटरव्यू में अंसारी ने भीड़ की ओर से लोगों को पीट-पीटकर मार डालने की घटनाओं, ‘घर वापसी’ और तर्कवादियों की हत्याओं का हवाला देते हुए वर्तमान माहौल पर चिंता जाहिर की।
उन्होंने कहा कि यह ‘भारतीय मूल्यों का बेहद कमजोर हो जाना, सामान्य तौर पर कानून लागू करा पाने में विभिन्न स्तरों पर अधिकारियों की योग्यता का चरमरा जाना है और इससे भी ज्यादा परेशान करने वाली बात किसी नागरिक की भारतीयता पर सवाल उठाया जाना है।’ हामिद अंसारी के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर बवाल मच गया है।
इतना ही नहीं उपराष्ट्रपति ने अपने कार्यकाल के आखिरी संबोधन में ही अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का मुद्दा उठाते हुए मोदी सरकार को निशाने पर लिया। अंसारी ने कहा कि किसी भी लोकतंत्र की पहचान उसमें अल्पसंख्यकों को मिली सुरक्षा से होती है।
उन्होंने कहा डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने कहा था कि लोकतंत्र वह है जो अल्पसंख्यकों को जरूरी दर्जा दे। अंसारी के इस बयान पर दक्षिणपंथी समर्थक उपराष्ट्रपति पर हमलावर हो गए हैं। जबकि कुछ अन्य यूजर्स हामिद अंसारी के बयान पर मजा भी लेते दिखाई दे रहे हैं।
देखिए, सोशल मीडिया कैसे मचा बवाल:-
हामिद अंसारी साहब जब तक VP (VIP) थे, तब तक सुरक्षित थे. आम मुसलमान बनते ही डर लगने लगा ?
— Manak Gupta (@manakgupta) August 10, 2017
अब पता चला की 2015 के पहले योग दिवस पर एकमात्र संवैधानिक पदाधिकारी उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी इसलिए नहीं आए थे क्यूंकि वो डरे हुए थे.?
— Anuraag Muskaan (@anuraagmuskaan) August 10, 2017
हामिद अंसारी ने कहा है,के मुसलमान डरे हुए हैं,मगर मुझे कोई मुसलमान ऐसा नहीं मिला जिसने कहा हो के वो "अल्लाह के अलावा" किसी से डरता है.
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) August 10, 2017
हामिद अंसारी ने इतने ऊँचे पद पर रहने के बाद भी ऐसी तुच्छ बात कर के बता दिया
कि गंदी नाली का कीडा हमेशा गंदी नाली का कीडा ही रहेगा??
— Boss Hardik Pandya (@BossPandya) August 10, 2017
https://twitter.com/HasnaZarooriHai/status/895493843319046144
https://twitter.com/MihirkJha/status/895484061900193794?ref_src=twsrc%5Etfw&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.jantakareporter.com%2Findia%2Fright-wing-brigade-launch-vile-attack-hamid-ansari-comments-muslims%2F141950%2F
For 10yrs my Hindu majority nation accepted you with open arms, placed you at the pinnacle of power & you still feel uneasy? Agenda kya hai? https://t.co/Z8pzWddTG0
— Priti Gandhi – प्रीति गांधी (@MrsGandhi) August 9, 2017
Thank God for people like Hamid Ansari who remind us of how dangerous it is to let Congress ever come back to power.
— दिव्या (@divya_16_) August 10, 2017