आईसीएसई बोर्ड ने एक ऐसा सनसनीखेज काम किया है, जिसे लेकर बोर्ड आलोचनाओं के घेरे में आ गया है। दरअसल, आईसीएसई बोर्ड ने कक्षा 6 के पाठ्य पुस्तक ने ध्वनि प्रदुषण के लिए मस्जिदों और अज़ान को जिम्मेदार ठहरा दिया है। बोर्ड के इस अजीबो-गरीब हरकत पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बोर्ड के प्रति नाराजगी व्यक्त की है।
सेलिना पब्लिशर्स द्वारा प्रकाशित पुस्तक में ध्वनि प्रदूषण के अध्याय में एक तस्वीर दिखाया गया है, जिसमें ध्वनि प्रदूषण के लिए गाड़ियों, कारों, विमानों और मस्जिद को जिम्मेदार ठहराते हुए दिखाया गया है। तस्वीर में (नीचे देखें) एक आदमी ने मस्जिद के सामने हताशा में अपने कान को बंद कर दिया है।
किताब के पेज नंबर 202 पर प्रकाशित यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। नाराज लोगों ने आईसीएसई बोर्ड पर पाठ्यपुस्तकों के माध्यम से इस्लाम को बदनाम करने का आरोप लगाया है। विवाद बढ़ने के बाद प्रकाशन के मालिक हेमंत गुप्ता ने ‘गलती’ के लिए माफी मांगते हुए कहा कि अगले संस्करणों में इस गलती को सुधारा जाएगा। हालांकि, उन्होंने भारत भर के स्कूलों में हजारों पुस्तकों को वापस लेने का कोई वादा नहीं किया है।
बता दें कि इससे पहले सिंगर सोनू निगम ने ध्वनि प्रदूषण के लिए मस्जिदों से होने वाली अजान पर सवाल उठाते हुए उसे गुंडागर्दी तक करार दे दिया था। सोनू ने अपने ट्वीट्स में लिखा था कि, ”ईश्वर सबका भला करे। मैं मुस्लिम नहीं हूं और मुझे सुबह अज़ान के चलते उठना पड़ता है। भारत में यह जबरन धार्मिकता कब खत्म होगी? जिसे लेकर काफी हंगामा हुआ था।