जम्मू एवं कश्मीर के पुंछ सेक्टर से इस वक्त बड़ी खबर आ रही है। जहां आतंकवादियों ने हमला कर दिया है। जिसमें दो जवान शहीद हो गए हैं। इस मुठभेड़ में सेना ने एक आतंकी को ढेर किया है। फिलहाल भुठभेड़ अभी जारी है। बता दें कि इससे पहले पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों ने छह घंटे की मुठभेड़ के बाद आज(22 जून) तड़के लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादियों को मार गिराया।
मुठभेड़ को लेकर प्रदर्शन शुरू हो गए जिसमें एक नागरिक की मौत हो गई, जिसके बारे में पुलिस ने कहा कि पहले भी पथराव की घटनाओं में उसका नाम आता रहा है। नागरिक तवसीफ हसन वानी (28) तब मारा गया जब सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ के बाद उनके खिलाफ शुरू हुए प्रदर्शनों को शांत करने का प्रयास किया। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि वह भीड़ का नेतृत्व कर रहा था।
J&K: Two jawans lost their lives, one armed intruder killed, another injured in Poonch, operations are in progress. pic.twitter.com/pSnJxSnN1k
— ANI (@ANI) June 22, 2017
अधिकारी ने कहा कि पथराव की घटनाओं में शामिल होने का उसका पुराना इतिहास रहा है। वह गड़बड़ी फैलाने में शामिल रहता था और उसके खिलाफ 10 मामले दर्ज थे। उसे 2010 और 2016 में लोक सुरक्षा कानून के तहत हिरासत में लिया गया था। क्षेत्र में उसे छोटा गिलानी के नाम से जाना जाता था जो कि कट्टरपंथी हुर्यित नेता एस ए एस गिलानी के संदर्भ में था।
पुलिस ने इस गुप्त सूचना के बाद काकपुरा क्षेत्र स्थित एक मकान की घेराबंदी कर ली कि उसमें तीन आतंकवादी छुपे हुए हैं। इन आतंकवादियों में प्रमुख आतंकवादी कमांडर माजिद मीर भी शामिल था। मीर कथित रूप से काकपुरा के पूर्व सरपंच फयाज अहमद की हत्या और जिला पीडीपी अध्यक्ष अब्दुल गनी डार की गत अप्रैल में हुई हत्या में शामिल था।
मीर को अबु दुजाना का नजदीकी माना जाता है जो कि एक पाकिस्तानी नागरिक है और कश्मीर घाटी में लश्कर के अभियानों की कमान संभालता है। मीर के बारे में कहा जाता है कि वह घाटी के युवाओं को आतंकवाद में शामिल होने के लिए प्रेरित करने के लिए जिम्मेदार था। अधिकारी ने कहा कि मुठभेड़ में मारे गए दो अन्य आतंकवादियों में शाहिद और इरशाद अहमद शामिल हैं। मुठभेड़ कल रात 10 बजे शुरू हुई और आज तड़के चार बजे समाप्त हुई।