ऐसा दृश्य आपने बहुत देखा होगा कि एक पुलिसवालें किसी प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति या देश के बड़े नेता के काफिले को रोककर एंबुलेंस को रास्ता दिया हो। ऐसे सीन आपको बॉलीवुड फिल्मों में देखने को जरूर मिला होगा, लेकिन बमुश्किल ही आपने ऐसा कभी रियल लाइफ में देखा होगा। लेकिन बेंगलुरु में कुछ ऐसा ही हुआ, जब एक पुलिस इंस्पेक्टर ने एंबुलेंस को जाम से निकलवाने के लिए देश के प्रथम नागरिक, यानी राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का ही काफिला रुकवा दिया।
@DCPTrEastBCPजी हां, कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में कार्यरत इस पुलिस सब इंस्पेक्टर का नाम है एमएल निजलिंगप्पा। निजलिंगप्पा ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के कॉनवॉय के गुजरने से पहले मरीज को अस्पताल ले जा रही एक एंबुलेंस को जाने दिया। इस काम के लिए उन्हें देश भर से ढेरों बधाईयां मिल रही है पुलिस विभाग के आला अफसरों ने उन्हें पुरस्कृत भी किया है।
PSI Sh Nijlingappa is rewarded for deftly allowing the ambulance before the 1st citizen of India. @blrcitytraffic gives way to ?, do you? pic.twitter.com/KoI2nap14N
— DCP Traffic East (@DCPTrEastBCP) June 18, 2017
यह घटना 17 जून की है जब निजलिंगप्पा की तैनाती बेंगलुरु के ट्रिनिटी सर्किल पर थी। इस दौरान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का काफिला राज भवन की तरफ बढ़ रहा था। ठीक उसी समय एक एंबुलेंस भी उसी रास्ते से गुजर रही थी। लेकिन इंस्पेक्टर ने राष्ट्रपति के काफिले के बजाए एंबुलेंस को तरजीह दी।
Act of Shri Nijlingappa is truly admirable and deserves Kudos. Serves as example for many. @BlrCityPolice @cpblr @blrcitytraffic https://t.co/fLxOKpdNaj
— IPS Association (@IPS_Association) June 20, 2017
निजलिंगप्पा के इस कदम के बाद उनकी चारों ओर तारीफ हो रही है। उनके इस काम के लिए उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। बेंगलुरु सिटी पुलिस कमिश्नर प्रवीण सूद ने खुद ट्वीट कर निजलिंगप्पा की तारीफ की है।
The policeman who took such initiative to be rewarded. Well done! @AddlCPTraffic ?? https://t.co/GJhFVBrAap
— Alok Kumar, IPS (@CPBlr) June 18, 2017
उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि अपनी ड्यूटी निभाने के लिए उन्हें इनाम मिलना ही चाहिए। डीसीपी ट्रैफिक इस्ट ने भी अपने ट्विटर अकाउंट से इनाम की घोषणा की है।