भारतीय जनता पार्टी और संघ परिवार गोहत्या पर प्रतिबंध का समर्थन करते हैं, लेकिन इसकी रक्षा के नाम पर अति सक्रियता बरतने की ‘‘निंदा करते हैं।’’ यह बात गुरुवार(25 मई) को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कही और कहा कि ‘वे हमारे लोग नहीं हैं।’
फाइल फोटो: Indian Expressपीटीआई को दिए साक्षात्कार में गडकरी के बयान कथित गोरक्षक समूहों को मोदी सरकार की तरफ से कड़ी फटकार है जो तथाकथित ‘‘गौरक्षकों’’ द्वारा हिंसा को लेकर उनके विरोधियों के निशाने पर हैं। इन गोरक्षक समूहों ने लोगों की बुरी तरह पिटाई की है और उनमें से कुछ को पीट-पीट कर मार डाला है।
गुजरात के उना में दलित परिवार के सात लोगों की मृत गाय का खाल निकालने के लिए चाबुक से पिटाई की गई जबकि राजस्थान के अलवर में उन्होंने पशु व्यापारियों को बाहर निकाला और एक मुस्लिम व्यक्ति की पीट-पीट कर हत्या कर डाली। उत्तर प्रदेश के दादरी के बिसहड़ा गांव में एक वृद्ध मुस्लिम की गाय का मांस रखने और खाने के संदेह में हत्या कर दी गई।
गडकरी ने कहा कि इन घटनाओं से सांप्रदायिक तनाव बढ़े जिससे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आर्थिक विकास पर ध्यान देने के प्रयासों को झटका लगा। गडकरी ने बताया कि आर्थिक विकास सरकार का मुख्य एजेंडा है। गडकरी ने कहा कि सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ पर ध्यान दे रही है और इसकी किसी भी नीति में धार्मिक अल्पसंख्यकों से भेदभाव नहीं है।
गडकरी ने कहा कि गायों को बचाने के नाम पर हिंसा ‘नहीं होनी चाहिए थी।’ उन्होंने कहा कि ‘यह हमारा एजेंडा नहीं है। जो लोग यह कर रहे हैं वे हमारे लोग नहीं हैं। जिन लोगों ने ऐसा किया वे गलत हैं। हम उनके साथ नहीं हैं। प्रधानमंत्री ने उनकी निंदा की है, हम सबने निंदा की है।’
गडकरी ने हर भगवा वस्त्रधारी को बीजेपी से जोड़ने की प्रवृत्ति को अनुचित बताया। गडकरी ने कहा कि ‘टेलीविजन पर किसी भी भगवाधारी को तुरंत हमसे जोड़ दिया जाता है, जबकि तथ्य यह है कि हमारा उस व्यक्ति से कोई लेना-देना नहीं है। हम ऐसे लोगों का समर्थन नहीं करते।’