इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन(ईवीएम) की विश्वसनीयता पर जारी बहस के बीच चुनाव आयोग ने आज(12 मई) सर्वदलीय बैठक की। इस बैठक में आयोग ने EVM की विश्वसनीयता पर चर्चा करने के लिए 7 राष्ट्रीय पार्टियों और और 48 राज्य स्तरीय पार्टियां शामिल हुईं। बता दें कि EVM में लोगों का विश्वास खत्म हो जाने का दावा करते हुए 16 पार्टियों ने आयोग से वैलेट पेपर के जरिए चुनाव कराने की व्यवस्था की ओर लौटने का अनुरोध किया था।
इस दौरान सभी राजनीतिक पार्टियों के नुमाइंदे अपनी-अपनी शिकायत और सुझाव लेकर पहुंचे। इस बीच बीजेपी विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने दावा किया कि दो दिन हैकोथॉन हो सकता है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने परसों सभी पार्टियों को बुलाया है। आयोग ने इसके लिए पार्टियों को रविवार और सोमवार का वक्त दिया है।
बैठक के दौरान चुनाव आयोग ने बताया कि EVM हैक नहीं हो सकती। लेकिन जो राजनीति दल यह दावा कर रहे हैं कि वे ईवीएम को टेंपर कर सकते हैं। जिसके बाद आयोग ने राजनीतिक दलों को ईवीएम हैक करने की खुली चुनौती दी है कि वे ईवीएम को हैक करके दिखाएं। साथ ही चुनाव आयोग ने कहा कि दो दिन हम आपको(राजनीतिक पार्टियां) मशीन देंगे। आप सभी पार्टियां अपने-अपने एक्सपर्ट लेकर आइए और हैक करके दिखाइए।मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस दौरान वहां दो मशीने होंगीं, एक मशीन में डेटा होगा, जबकि एक बिना डेटा के होगी। चुनाव आयोग दोनों ईवीएम मशीनों को सभी के सामने रखेगा। जिसके बाद राजनीतिक दलों के आगे दोनों ईवीएम में गड़बड़ी साबित करने की चुनौती होगी। मशीन को बिना खोले हैक करना होगा।
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