उत्तर प्रदेश में जरूरतमंदों की सहायता के लिए चलाई जा रही यूपी 100 डायल की इनोवा गाड़ियों से पुलिसकर्मी अब सवारियां भी ढो रहे हैं। जी हां, आपने सहीं सुना, ऐसा ही मामला बुधवार(3 मई) को लखीमपुर के एलआरपी चौराहा पर देखने को मिला। जहां, सदर कोतवाली क्षेत्र से जुड़ी एक यूपी 100 डायल की इनोवा गाड़ी में पुलिसकर्मी सवारियों को बैठा रहे थे।
हालांकि, जब यह फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो एसपी ने इसे गंभीरता से लेते हुए गाड़ी के मुख्य आरक्षी राम भरोसे वर्मा और चालक धर्मेंद्र कुमार रावत को निलंबित कर दिया है। साथ ही उन्होंने दोनों आरोपियों की विभागीय जांच के आदेश भी दिए हैं।
दरअसल, लखीमपुर के एलआरपी चौराहा पर बुधवार को सदर कोतवाली क्षेत्र से जुड़ी एक यूपी 100 डायल की पीबीआर 2850 इनोवा में जब पुलिसकर्मियों ने सवारियों को बैठाना शुरू किया तो वहां मौजूद सभी की आंखे फटी की फटी रह गई। लखनऊ जाने वाली सवारियां सिर्फ 100 रुपये के हिसाब से बैठाई जा रही थीं।
जिसके बाद वहां मौजूद टैक्सी चालकों ने इसका विरोध किया। लेकिन पुलिसकर्मियों ने टैक्सी चालकों को धमकाकर मामले को शांत करा दिए। लेकिन पुलिसकर्मियों के इस कारनामे की तस्वीर लेकर किसी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया जिसके बाद यह फोटो वायरल हो गई।
स्थानीय लोगों के मुताबिक पैसों के लिए पुलिस की गाड़ी का इस्तेमाल एलआरपी चौराहे से सीतापुर तक धड़ल्ले से सवारियां ढोने के लिए किया जा रहा है। लोगों का कहना है कि पुलिस का यह खेल रात में और जोरों पर चलता है। इतना ही नहीं कई गाड़ियां तो निर्धारित प्वाइंटों पर खड़ी होने के बजाय अवैध वसूली में जुट गई हैं।
बता दें कि अखिलेश सरकार ने कानून व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए ‘यूपी डॉयल-100’ गाड़ियों की सौगात पुलिस महकमे में दी थी। इसके इस्तेमाल का मकसद आकस्मिक होने वाली अपराधिक घटनाओं में और दुर्घटनाओं में पीड़ित तक पहुंचना था। हालांकि, कुछ दिन तक तो यह सेवा तो ठीक ठाक चली, लेकिन धीरे-धीरे व्यवस्था पटरी से उतरने लगी। और अब हालात यह हो गया है कि इसका प्रयोग सवारी को लाने और जे जाने के लिए होने लगा है।