उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लाख नसीहत के बावजूद उनके विधायकों को समझ नहीं आ रही। इसी का नतीजा है कि गुंडाराज खत्म करने के वादे के साथ सत्ता में आई योगी सरकार में भी नेताओं पर सत्ता का नशा कायम है। जी हां, जीत के नशे में चूर बीजेपी नेताओं और उनके कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी की खबरें आए दिन सामने आ रही है। इसकी एक नजीर बरेली में देखने को मिली।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बरेली की नवाबगंज से बीजेपी विधायक केसर सिंह गंगवार ने बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक की दलेलनगर शाखा के मैनेजर हरीश सिंह हयाकी के साथ जमकर मारपीट की, इतना ही नहीं उसके साथ विधायक ने अपने साथियों के साथ मैनेजर को जबरन गाड़ी में डालकर अपने साथ लेकर चले गए और बंधक बना लिया।
पीड़ित मैनेजर ने विधायक पर मारपीट करने और अगवा कर ले जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज करने के लिए तहरीर दी है। मैनेजर ने अपनी तहरीर में लिखा है कि बुधवार(26 अप्रैल) को विधायक केसर सिंह अपने पांच-छह साथियों के साथ बैंक पहुंचे।
जिसके बाद विधायक ने उनसे दलेलनगर निवासी नत्थूलाल और कटैया निवासी जागनलाल के भुगतान के संबंध में पूछताछ की। मैनेजर के मुताबिक, उन्होंने विधायक को बताया कि दोनों लोगों पर कर्ज है। वे कर्ज माफी की स्कीम में आते हैं तो इनके बचत खाते में जमा राशि का भुगतान कर दिया जाएगा।
इतना सुनते ही विधायक ने नाराज होते हुए किसानों को तत्काल भुगतान करने कहा। जिसके बाद मैनेजर द्वारा इंकार करने पर उन्होंने कथित रूप से गाली-गलौज व मारपीट शुरु कर दी। विधायक के साथ-साथ प्रधान प्रेम प्रकाश ने साथियों के साथ मैनेजर को बेरहमी से पीटा।
इतना ही नहीं, आरोप है कि अपने साथियों के साथ विधायक ने मैनेजर को शाखा से जबरन गाड़ी में डालकर एक बारात घर में ले गए और वहां बांधकर डाल दिया। और इसके बाद एक कागज पर जोर जबरदस्ती धमकी देकर या लिखवाया कि खातेदारों किसानों का भुगतान कर दूंगा। इसके बाद विधायक ने मैनेजर को छोड़ दिया।
लेकिन छोड़ते मैनेजर को उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी। घबराए मैनेजर ने फौरन इस बारे में बैंक अधिकारियों को सूचना दी। जिसके बाद कर्मचारियों ने प्रदर्शन कर विधायक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की। हालांकि, खबर लिखे जाने तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया था।