इन दिनों टीवी कार्यक्रमों में तीन तलाक का मुद्दा सर्वाधिक गरमाया हुआ है। ऐसे में सही पक्ष की जानकारी रखने के फैसले पर मुस्लिम धर्मगुरू मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने कहा कि उलमा और मुस्लिम विद्वानों तीन तलाक, बहुविवाह, समान नागरिक संहिता और मुसलमानों के दूसरे मसलों पर टीवी चैनलों की डिबेट से बचें। उन्होंने इस तरह के कार्यक्रमों के बहिष्कार करने की अपील की है।
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, टीवी चैनलों में होने वाली इस बहसों और डिबेट कार्यक्रमांे में तीन तलाक के मुद्दे पर मौलाना रोक लगाने की मांग कर रहे हैं।मंगलवार को जारी बयान में इस मामले पर दारूल उलूम के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम नोमानी ने मुस्लिम विद्वानों, उलेमाओं से अपील की है कि वह तीन तलाक जैसे मुद्दों पर टीवी चैनल की डिबेट में न शामिल हों।
मौलाना कासिम नोमानी के मुताबिक मुसलमानों के पारिवारिक मसलों विशेष रूप से तीन तलाक, समान नागरिक संहिता आदि को लेकर कोर्ट और सरकार के रूख से भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है। ऐसे में तमाम मुस्लिम विद्वान और उलेमा टीवी पर होने वाली डिबेट में न हिस्सा लें।
उन्हांेने कहा कि इस सिलसिले में देश के कई टीवी चैनल इन मुद्दों पर मुस्लिम प्रतिनिधियों और कुछ तथाकथित मुस्लिम महिलाओं के बीच डिबेट कराते हैं। जिनका असल मकसद शरीयत के अटल फैसलों में दखल देने की नापाक और आम जनता को गलत रुप से प्रभावित करने की कोशिश है।