यूपी में बूचड़खानों के खिलाफ कार्रवाई के बाद से मीट व्यापारियों में हड़कम्प मचा हुआ है। जिस वजह से राज्य में मटन और चिकन बेचना मुश्किल हो गया है। ऐसे में शाहजहांपुर में अंटा रोड पर दाना मियां की मजार के पास आम आदमी पार्टी के नेता मोहम्मद रजी ने हलीम बेचने के लिए एक नया तरीका निकाला हैं।
मोहम्मद रजी बताते है कि उनकी दुकान 1998 से है। उनका कहना है कि, यूपी में मीट का कारोबार बंद होने के बाद उनके कारोबार पर भी इसका थोड़ा असर पड़ा है। रजी ने बताया कि पहले वह एक प्याला 15 रुपये का देते थे। अब मीट मिलना बंद हो गया तो 10 रुपये का प्याला देते हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मोहम्मद रजी हलीम बेचने का काम करते है और वह हर धर्म के लोगों का सम्मान करते हैं। इसलिए दूसरे धर्म के लोगों को हलीम बेचने से पहले उनका आधार कार्ड मांगना शुरू कर दिया है, ताकी उनको धोखे से बचाया जा सकें। मुख्य रोड किनारे दुकान होने पर दूसरे समुदाय के लोग हलीम खाने आ जाते थे।
जब उनको बड़े का मीट पड़ा होने की जानकारी होती थी, तब वह कटोरा छोड़ देते थे। मोहम्मद रजी कार्ड पर पड़े नाम को पढ़ने के बाद ही हलीम का प्याला ग्राहक की ओर बढ़ा देते हैं। आए दिन होने वाले धोखे से बचाने के लिए रजी ने नया तरीका निकाला। उन्होंने लोगों से आधार कार्ड मांगना शुरू कर दिया।