पंजाब में हुई हार का आत्मनिरीक्षण करें ‘आप’, चुनाव आयोग की आम आदमी पार्टी को सलाह

0

चुनाव आयोग ने पंजाब विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (आप) की शिकायतों को आज ख़ारिज करते हुए कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में किसी तरह की कोई खराबी नहीं है। साथ में आयोग ने ‘आम आदमी पार्टी’ को भी नसीहत दे डाली है कि ‘आप’ ईवीएम में दोष न निकालकर पंजाब में हुई हार का आत्मनिरीक्षण करना चाहिए।

ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की आप की शिकायतों का जवाब देते हुए आयोग ने ‘आप’ से कहा है कि वह पंजाब के चुनाव नतीजों पर आत्मचिंतन करे और ईवीएम पर आरोप न लगाए। आयोग ने कहा कि ईवीएम पर आरोप लगाना गलत है।

चुनाव आयोग ने ‘आप’ से कहा है कि अगर ‘आम आदमी पार्टी’ पेपर ट्रेल के डेटा के साथ पंजाब चुनावों में वोटों को सत्यापित कराना चाहती है तो वह राज्य के उच्च न्यायालय में चुनाव याचिका दायर करने को स्वतंत्र है।

चुनाव आयोग ने रविवार को विशेष दूत से आप के राष्ट्रीय सचिव पंकज कुमार गुप्ता को छह पन्नों का अपना विस्तृत जवाब भेजा है। इसके साथ नौ पन्नों का अपना पिछला बयान भी भेजा है, जिसमें बताया गया है कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों से छेड़छाड़ क्यों संभव नहीं है।

आपको बता दे कि ईवीएम पर इससे पूर्व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कई सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि अगर ईवीएम के साथ छेड़छाड़ हो सकती है तो इससे देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को लेकर कई बड़े सवाल उठते है। कथित तौर पर केजरीवाल ने कहा था कि ‘हम बार-बार दोहराते रहे हैं कि बड़े पैमाने पर ईवीएम के साथ छेड़छाड़ हो रही है।

मध्य प्रदेश की घटना ने सबको चकित कर दिया है इसके अलावा पंजाब विधानसभा चुनावों के परिणामों की घोषणा के बाद केजरीवाल ने आशंका जतायी थी कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ की वजह से उनकी पार्टी को विपरित परिणाम हासिल हुए है।

आयोग का कहना है कि जहाँ तक विदेशों द्वारा ई वी एम का इस्तेमाल न करने की दलील दी जाती है, भारतीय इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और विदेशीइ लेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में बहुत अंतर है, दोनों की तुलना नहीं की जा सकती है क्योंकि आयोग की मशीनों में इस तरह का सॉफ्टवेयर है जो ओटीपी की तरह काम करता है और उस की चिप पर दोबारा कुछ नहीं लिखा जा सकता है।

आयोग ने अरविंद केजरीवाल की पार्टी को इस बात के लिए भी सावधान किया है कि वह ईवीएम पर सवाल उठाने के लिए सुप्रीम कोर्ट का नाम नहीं ले। आयोग ने कहा है कि ‘सुप्रीम कोर्ट ने ईवीएम के इस्तेमाल से चुनाव प्रक्रिया के छेड़छाड़ को ले कर कभी संदेह प्रकट नहीं किया है।

इसके अलावा आयोग गंभीर एतराज दर्ज कराते हुए ‘आप’ से कहा कि एक जवाबदेह राजनीतिक पार्टी के तौर पर आपको इस बात का ध्यान रखना चाहिए।

Previous articleDelhi HC rejects Swaraj India’s interim plea for common symbol to its candidates in MCD elections
Next articleMCD चुनाव में ‘स्वराज इंडिया’ की उम्मीदवारों के लिए ‘आम प्रतीक’ की याचिका को दिल्ली उच्च न्यायालय ने किया खारिज