गुजरात की पूर्व मंत्री माया कोडनानी नरोदा गाम नरसंहार मामले में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह एवं 13 अन्य को उनकी अनुपस्थिति साबित करने के लिए उन्हें सम्मन जारी करने की मांग करते हुए विशेष एसआईटी अदालत पहुंची हैं। इन घटना में 11 लोगों की जान गई थी।
फाइल फोटोपीटीआई कि ख़बर के मुताबिक, गुजरात दंगे के दौरान नरोदा पाटिया नरसंहार के एक अन्य मामले में कोडनानी को 28 साल की सजा सुनाई गई है लेकिन फिलहाल वह जमानत पर बाहर हैं।
कोडनानी ने अदालत से शाह एवं अन्य को अपने बचाव गवाह के रूप में बुलाने की मांग की है ताकि यह साबित हो कि वह 28 फरवरी, 2002 को नरोदा गाम नरसंहार से जुड़े अपराध स्थल पर मौजूद नहीं थीं।
यह अर्जी विशेष सीबीआई न्यायाधीश पीबी देसाई के सामने दायर की गई, इस पर सोमवार को सुनवाई होगी। स्त्रीरोग विशेषज्ञ कोडनानी ने यह साबित करने के लिए शाह को तलब करने की मांग की कि वह तब गांधीनगर में विधानसभा ओर सोला सिविल अस्पताल में उनसे मिली थीं, उसी अस्पताल में 28 फरवरी, 2002 को गोधरा ट्रेन नरसंहार के शव लाए जा रहे थे।