वैश्विक परमाणु हथियार प्रतिबंध पर 20 से भी ज्यादा साल में पहली बार आयोजित हो रहे संयुक्त राष्ट्र के सम्मेलन में भारत हिस्सा नहीं ले रहा है।
यह सम्मेलन प्रमुख परमाणु शक्ति संपन्न देशों की आपत्तियों के बीच यहां शुरू हुआ। परमाणु हथियारों पर पाबंदी लगाने वाली कानूनी संधि, जिसके चलते ऐसे हथियारों का नामोनिशान ही मिट जाए, पर चर्चा के लिए सम्मेलन आयोजित करने के मुद्दे पर पिछले साल अक्तूबर में 120 से ज्यादा देशों ने यूएन महासभा के प्रस्ताव पर वोट किया था।
उस समय प्रस्ताव पर मतदान से दूर रहने पर स्पष्टीकरण देते हुए भारत ने कहा था कि वह इस बात से संतुष्ट नहीं है कि इस सम्मेलन से परमाणु निरस्त्रीकरण का हल निकल सकता है।
भाषा की खबर के अनुसार, अपने इस रुख पर कायम रहते हुए भारत ने 31 मार्च तक चलने वाले इस सम्मेलन में भाग नहीं लेने का फैसला लिया है।