सीएम बनने के बाद पहली बार अपने क्षेत्र पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने कई एलान किए। उन्होंने कहा कि जो लोग कैलाशनाथ मानसरोवर की यात्रा करना चाहते हैं उन्हें सरकार की तरफ से 1 लाख रुपए का अनुदान मिलेगा। फिलहाल यह राशि 50,000 है जिसे बढ़ाकर दोगुना कर दिया गया है। मुख्यमत्री आदित्यनाथ ने ये भी कहा कि लखनऊ, गाजियाबाद या नोएडा में से किसी एक स्थान पर कैलाश मानसरोवर भवन का निर्माण किया जाएगा।
सरकारी प्रवक्ता ने लखनउ में बताया कि राज्य सरकार द्वारा दिये जाने वाला यह आर्थिक अनुदान अभी तक 50 हजार रुपये था, जिसे मुख्यमंत्री ने बढ़ाकर एक लाख रुपये करने का निर्णय लिया है।
वहीं दूसरी तरफ अमीर मुसलमानों से हज सब्सिडी छोड़ने की अपील करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार में इकलौते मुस्लिम मंत्री मोहसिन रजा ने शनिवार को कहा कि हज यात्रा के लिए गरीबों को सब्सिडी मिलनी चाहिए ना कि संपन्न लोगों को। उन्होंने कहा कि मैं अमीर मुसलमानों से अपील करता हूं कि वे हज सब्सिडी छोड दें, ताकि गरीब और जरूरतमंद हज पर जा सकें।
एक दिन में सरकार के दो बयान आने से माना जा रहा है कि हज यात्रा पर दी जाने वाली सब्सिडी का छोड़ने की अपील करना और दूसरी तरफ कैलाश जाने वाले श्रद्धालुओं को सरकारी मदद के बतौर 1 लाख की व्यवस्था करना किसी छिपे हुए एजेंडे की और सकेंत करता है।
आपको बता दे कि एक टीवी कार्यक्रम में बात करते हुए प्रतिष्ठित न्यायविद् फली नरीमन ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा ने मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ को चुना है। उन्होंने कहा कि, क्या उनको चुनने के पीछे भारत में एक हिंदू राज्य बनाने की शुरुआत है।
उन्होंने कहा कि किसी भी प्रमुख चैनल के संवाददाता को पीएम मोदी से उनकी पसंद के अनुसार एक पुजारी को यूपी का मुख्यमंत्री बनाए जाने पर सवाल करना चाहिए। साथ ही नरिमन ने कहा कि, “क्या यह एक हिंदू राज्य की शुरुआत है, पीएम मोदी से इस बारे में पूछा जाना चाहिए ताकि लोग जान सकें कि उनके लिए क्या तैयार करना चाहिए।