उत्तर प्रदेश में भारी जीत दर्ज करने वाली भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) ने राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ के नाम पर मुहर लगा दी है। शनिवार(18 मार्च) को लखनऊ में हुई विधायक दल की बैठक में योगी आदित्यनाथ को नेता चुन लिया गया। साथ ही केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा को उपमुख्यमंत्री बनाने का एलान किया गया है। अब रविवार यानी 19 मार्च को योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार का शपथ ग्रहण होगा।
फोटो: The Indian Express#FLASH Yogi Adityanath named CM designate for UP pic.twitter.com/1ih6Z6VAwc
— ANI (@ANI) March 18, 2017
आइए जानते हैं योगी आदित्यनाथ के बारे में कुछ अनसुनी बातें:-
- बता दें कि योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड (तब उत्तर प्रदेश का हिस्सा था) में हुआ था। सबसे दिलचस्प बात यह है कि योगी आदित्यनाथ का असली नाम अजय सिंह नेगी है।
- पूर्वांचल के राजनीति में माहिर खिलाड़ी माने जाने वाले योगी आदित्यनाथ गढ़वाल विश्विद्यालय से गणित में बीएससी किए हैं।
- योगी आदित्यनाथ के नाम सबसे कम उम्र में सांसद बनने का रिकॉर्ड है। उस वक्त उनकी उम्र महज 26 साल थी। उन्होंने पहली बार 1998 में पहली बार लोकसभा का चुनाव जीता था।
- योगी आदित्यनाथ 1998 के बाद 1999, 2004, 2009 और 2014 में भी लगातार लोकसभा का चुनाव जीतते आ रहे हैं।
- गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था, जिसके बाद वे 1998 में राजनीति में आए। और साल 2014 में गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ की मौत के बाद वे यहां के महंत यानी पीठाधीश्वर चुन लिए गए।
- योगी आदित्यनाथ भाजपा के सांसद होने के साथ-साथ अपना एक हिंदू युवा वाहिनी नाम का संस्था भी चलाते हैं जिसके वह संस्थापक हैं।
- 2007 में गोरखपुर में दंगे हुए तो योगी आदित्यनाथ को मुख्य आरोपी बनाया गया। और 28 जनवरी 2007 को योगी की गिरफ्तारी भी हुई।
- योगी की गिरफ्तारी के बाद कई जिलों में हिंसा, तोड़फोड़, आगजनी की घटनाएं हुईं, जिनमें दो लोगों की मौत हो गई थी। योगी के खिलाफ कई अपराधिक मुकदमे भी दर्ज हो चुके हैं।
- गोरखपुर के इलाके में योगी आदित्यनाथ की कही बातों को उनके समर्थक कथित तौर पर कानून के रूप में पालन करवाते हैं।
- इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आदित्यनाथ के कहने के चलते ही गोरखनाथ मंदिर में कथित तौर पर होली और दीपावली जैसे बड़े त्योहार एक दिन बाद मनाए जाते हैं।