केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार(14 मार्च) को रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त कार्यभार संभाल लिया। इससे पहले 2014 में भी छह महीने तक उनके पास दोनों कार्यभार थे। गोवा का मुख्यमंत्री बनने के लिए मनोहर पर्रिकर द्वारा रक्षा मंत्री पद से इस्तीफा दिए जाने के बाद सोमवार को जेटली को रक्षा मंत्रालय का प्रभार दिया गया था।
मोदी कैबिनेट में वरिष्ठतम मंत्रियों में से एक जेटली 26 मई 2014 से लेकर नौ नवंबर 2014 तक भी रक्षा मंत्रालय के प्रभारी रहे थे। इसके बाद पर्रिकर को गोवा से लाकर रक्षा मंत्री बनाया गया था। रक्षा मंत्री के रूप में पर्रिकर के कार्यकाल में रक्षा सौदों में अड़चनें दूर हुईं और खरीद प्रक्रिया सरल हुई।
राष्ट्रपति भवन की विज्ञप्ति में सोमवार को कहा गया कि प्रधानमंत्री की सलाह के अनुरुप राष्ट्रपति ने निर्देश दिया है कि जेटली अपने वर्तमान पद के अतिरिक्त रक्षा मंत्रालय का प्रभार भी संभालेंगे। बता दें कि पर्रिकर रक्षा मंत्री बनने से पहले गोवा में भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री थे। इस तरह पर्रिकर की रक्षा मंत्री के तौर पर दो वर्ष से कुछ अधिक लंबे कार्यकाल के बाद एक बार फिर गोवा के मुख्यमंत्री के रूप में तटवर्ती राज्य में वापसी हो रही है।
Taking over as Defence Minister, March 14, 2017 pic.twitter.com/tRPfRicfwW
— Arun Jaitley (@arunjaitley) March 14, 2017
भाजपा द्वारा गोवा में गठबंधन सरकार बनाने का दावा पेश किए जाने के बाद पर्रिकर ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्हें आज(14 मार्च) गोवा के मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी। भाजपा के नेतृत्व वाले मौजूदा एनडीए गठबंधन सरकार में यह दूसरा मौका है जब जेटली को रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार मिला है।