केरल में RSS दफ्तर पर फेका गया बम, चार कार्यकर्ता घायल

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केरल के कोझीकोड के नदापुरम में गुरुवार देर रात राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ आरएसएस के दफ्तर के बाहर बम धमाका हुआ। हमले में चार आरएसएस के कार्यकर्ताओं के घायल होने की भी खबर है। बता दें कि, केरल में आरएसएस के नेता व महानगर सहप्रचार प्रमुख डॉ. कुंदन चंद्रावत ने मध्यप्रदेश के उज्जैन में विवादित बयान दिया था। जिसमें उन्होनें केरल के मुख्यमंत्री का सिर लाने की बात कही गई थी। जिसके कुछ ही घंटों के बाद यह धमाका हुआ है।

फोटो- ANI

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बताया जा रहा कि यह हमला दो बाइक सवारों ने किया, अचानक वे दफ्तर के पास आए और देसी बम फेंक कर फरार हो गए। घायल आरएसएस के कार्यकर्ताओं को राजकीय मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। राज्य में इससे पहले भी आरएसएस के कार्यकर्ताओं पर हमला हुआ था।

पुलिस ने बताया कि कलाची में रात को करीब साढ़े आठ बजे यह घटना घटी। घायलों की पहचान बाबू, विनेश, सुधीर और सुनील के रूप में हुई है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारीके मुताबिक RSS कार्यकर्ता बाबू और विनेश गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें कोझिकोड़ मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया जबकि दो अन्य को यहां के एक निजी अस्पताल में ले जाया गया। उन्होंने बताया कि इस हमले के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच की जा रही है।

बता दें कि, केरल में हुए आरएसएस कार्यकर्ताओं की हत्या के विरोध में बुधवार (1 मार्च) शाम शहीद पार्क पर जनाधिकार समिति के बैनर तले धरना-प्रदर्शन हुआ। इस दौरान ‘आक्रोश सभा’ संबोधित करते हुए संघ नेता कुंदन ने कहा कि अगर कोई केरल के मुख्यमंत्री का सिर कलम करके लाएगा तो वो उसे अपनी संपत्ति बेचकर एक करोड़ रुपए देंगे।

चंद्रावत की इस टिप्पणी से राजनीति में भूचाल आ गया था। हालांकि, आरएसएस ने चंद्रावत की टिप्पणी से अपनी दूरी बना ली। संघ के राष्ट्रीय सह प्रचार प्रमुख जे. नंद कुमार ने कहा कि आरएसएस ऐसी टिप्पणियों की सख्त निंदा करता है, संघ हिंसा में यकीन नहीं रखता।

इस दौरान चंद्रावत ने कहा कि ऐसे गद्दारों को इस देश के अंदर रहने का कोई अधिकार नहीं है। ऐसे गद्दारों को लोकतंत्र की हत्या करने का कोई हक नहीं है। उन्होंने कहा कि भूल गए गए क्या गोधरा को, 56 मारे थे, 2000 कब्रिस्तान में चले गए। घुसा दिए उनको अंदर इसी हिंदू समाज ने। 300 प्रचारक और कार्यकर्ताओं की हत्या की है न तुमने, 3 लाख नरमुंडों की माला पहनाऊंगा भारत माता को। वामपंथियों सुन लो।

बाद में हंगामा बढ़ता देख संघ नेता ने सफाई देते हुए कहा कि यह मेरे निजी विचार है, उनको पता होना चाहिए हिंदू सो नहीं रहे हैं। वहीं, मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी ने पूछा कि क्या पीएम और उनकी सरकार अब भी शांत रहेंगे? इस दौरान मंच पर संघ और भाजपा से जुड़े कई नेता मौजूद थे।

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