एक तरफ रविवार (19 फरवरी) को उत्तर प्रदेश के तीसरे चरण का मतदान किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर फतेहपुर की चुनावी रैली में पीएम मोदी ने रविवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर सीधा हमला बोला। मोदी ने कहा कि यूपी में तीसरे चरण की वोटिंग के बाद ही समाजवादी पार्टी बाजी हार गई है। उन्होंने कहा कि यही वजह है कि सैफई में वोट देने के बाद अखिलेश यादव का चेहरा लटका हुआ था और उनकी आवाज बेदम थी।
साथ ही पीएम मोदी ने ‘सबका साथ सबका विकास’ का मतलब समझाते हुए कहा कि ‘उत्तर प्रदेश में भेदभाव सबसे बडा संकट है। अन्याय की जडों में भेदभाव है। जिसका भी हक है, उसे मिलना चाहिए चाहे वह किसी भी माता की कोख से पैदा हुआ है। सबको उसका हक मिलना चाहिए। यही है सबका साथ सबका विकास।’
पीएम ने कहा कि ‘अगर गांव में कब्रिस्तान बनता है तो श्मशान भी बनना चाहिए। रमजान में बिजली मिलती है तो दीवाली में भी मिलनी चाहिए। होली में बिजली मिलती है तो ईद पर भी मिलनी चाहिए। कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। सरकार का काम है भेदभाव मुक्त शासन चलाने का। किसी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए, धर्म और जाति के आधार पर बिल्कुल नहीं।’
अगर रमजान में बिजली मिलती है तो दिवाली पर भी बिजली मिलनी चाहिए: पीएम @narendramodi https://t.co/M0RI2nzi0z #यूपी_नमो_के_संग pic.twitter.com/JLjKSiF8k6
— BJP (@BJP4India) February 19, 2017
चुनावी सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने सीएम अखिलेश पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘आज मतदान करने के बाद टीवी वालों ने जब अखिलेश से पूछा तो उनका चेहरा लटक गया था, आवाज में दम नहीं था और वह डरे हुए थे और शब्द खोज रहे थे। इतना ही नही, मोदी ने गायत्री प्रजापति को लेकर भी अखिलेश पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्रजापति पर एफआईआर के लिए सुप्रीम कोर्ट को दखल देना पड़ा।
पीएम मोदी ने अपनी सरकार को गरीबों और किसानों का हमदर्द बताते हुए कहा कि जैसे ही उनकी सरकार बनेगी, पहली मीटिंग में ही किसान के कर्ज माफ कर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि, “हमारी सरकार गरीब और किसानों के लिए है। यूपी में विकास का वनवास हो गया है, 14 साल पूरे हो गए हैं, अब विकास को वनवास से मुक्ति चाहिए, अब यूपी को विकास के मामले में पीछे नहीं रहना चाहिए। राज्य में बीजेपी भारी बहुमत से यूपी में विकास की गंगा बहाएगी।