पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की असेंबली के बाहर सोमवार को (13 फरवरी) एक आत्मघाती हमला को अंजाम दिया गया, जिसमें दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों सहित कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई और करीब 40 अन्य घायल हो गए। ख़बरो के अनुसार, यह ब्लास्ट एक विरोध-प्रदर्शन के दौरान हुआ और यह धमाका पुलिसकर्मियों को निशाना बनाकर किया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कम से कम 16 लोग मारे गए और 40 अन्य घायल हो गए। यह धमाका दवा विक्रेताओं की विरोध रैली में हुआ, जहां पर बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शन के लिए इक्ट्ठा हुए थे।
डीआईजी ट्रैफिक अहमद मोबिन उन्हें प्रदर्शन खत्म करने के लिए समझाने की कोशिश कर रहे थे। प्रदर्शन की वजह से इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया था।पंजाब के कानून मंत्री राणा सनाउल्लाह ने इसकी पुष्टि की है कि यह आत्मघाती हमला था और इसमें ‘कुछ पुलिस अधिकारी’ मारे गए हैं। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि इसकी आवाज कई किलोमीटर तक सुनी गई। लाहौर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि यह आत्मघाती हमला था और हमलावर ने रैली स्थल पर मौजूद पुलिसकर्मियों को निशाना बनाया।
लाहौर धमाके की पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कड़ी निंदा की है। उन्होंने अपने निंदा बयान में कहा, ”लाहौर पर आपदा आई है। नागरिकों के साथ-साथ हमने अपने दो बहादुर पुलिस अधिकारी- कैप्टन मुबीन और जाहिद गोंदाल को खो दिया है।” नवाज ने कहा, ”हम हमारे बीच के आतंकियों के खिलाफ लड़ाई जारी रखेंगे और तब तक लड़ेंगे जब तक हम अपने लोगों को इस कैंसर से आजाद नहीं करा लेते। हम तब तक नहीं रुकेंगे जब तक हम खुद को एक मुक्त और सुरक्षित समाज नहीं बना लेते, यह एक वादा है।”
ब्लास्ट के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य के लिए ऐम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं। घायलों को पास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। लाहौर के सभी अस्पतालों में आपातकाल घोषित कर दिया गया है। सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया है।
Visuals from the site: At least 7 including police officials killed, several injured after bomb blast at Lahore’s Mall Road area: Pak media pic.twitter.com/2coSm7Nuws
— ANI (@ANI) February 13, 2017