प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के खिलाफ कई बार एक्शन लिया है। इसके बाद भी पाकिस्तान में चल रहे कराची साहित्यिक समारोह को प्रमोट करने वाले सभी संस्थानों में से एक भारतीय संस्थान इंडियन काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेशंस (ICCR) भी है। आपको बता दें कि, 2010 में शुरू हुए इस इवेंट को पहली बार ICCR स्पांसर किया है। मीड़िया रिपोर्ट के अनुसार, ICCR के डायरेक्टर जनरल अमरेंद्र खटुआ ने बताया, ‘हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की सांस्कृतिक छाप को पाकिस्तान समेत पूरी दुनिया में फैलाने के लिए काम कर रहे हैं।
बता दें कि, समारोह में ICCR की उपस्थिति ऐसे वक्त में है जब भारत में पाकिस्तानी कलाकारों के प्रदर्शन पर रोक लगा दी गयी है l सरकार लोगों के बीच संपर्क को खत्म नहीं करना चाहती, भले ही इस्लामाबाद के साथ राजनीतिक मतभेद काफी अधिक हो। दैनिक जागरण के ख़बरों के अनुसार, 2010 में लांच हुए कराची साहित्यिक समारोह को काफी ख्याति मिल रही है और अब अनेकों विदेशी समितियां पाकिस्तान में इसे स्पांसर कर रही हैं। इस समारोह के आयोजकों ने पाकिस्तान के साहित्यिक और सांस्कृतिक जड़ों की गहराई को श्रेय दिया है।
गौरतलब है कि उरी हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में तनाव है। भारत ने इस हमले के जवाब में सर्जिकल स्ट्राइक भी की थी। पाक की ओर से आतंकी हमलों को बढ़ावा दिए जाने के बाद से पाकिस्तानी कलाकारों को भारत में बैन किए जाने की मांग उठ रही है।