बीजेपी अब एटीएस द्वारा गिरफ्तार किए गए ध्रुव सक्सेना से अपने रिश्तों से किनारा करती दिखाई दे रही है। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI से ताल्लुक रखने के आरोप में बीजेपी युवा मोर्चा के आईटी सेल के संयोजक ध्रुव सक्सेना को गिरफ्तार करने के बाद तमाम तरह के आरोपों से बीजेपी ने किनारा कर लिया है।
ध्रुव सक्सेना से किसी तरह का कोई संबंध न होने की बात बीजेपी करती दिखाई दे रही है। जबकि कथित तौर पर ध्रुव सक्सेना की मां का कहना है कि बीजेपी के दूसरे बड़े नेताओं ने साजिश करके उनके बेटे को फंसाया है। इसके अलावा ध्रुव सक्सेना के पड़ोसियों का कहना है कि ध्रुव बीजेपी नेता के रूप में पूरे मोहल्ले में जाना जाता था।
भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और सतना जिलों से एमपी एटीएस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने गिरफ्तार हुए पांच लोगों को 15 दिनों की न्यायिक हिरासत के लिए भेजा जिसमें ध्रुव सक्सेना भी शामिल है। इन सभी लोगों पर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाएगा।
इन लोगों पर सेना से जुड़ी जानकारियां आईएसआई को भेजने का आरोप है। इस काम के लिए इन्होंने बाकायदा टेलीफोन एक्सचेंज भी बनाया हुआ था। पकड़े गए आरोपियों के पास से तीन हजार से ज्यादा सिम कार्ड, 50 मोबाइल फोन मौके पर जब्त किए गए थे।
ध्रुव सक्सेना से बीजेपी को दूरी बनाते देख ध्रुव के माता पिता ने आरोप लगाया कि उनका बेटा बीजेपी की आईटी सेल में संयोजक था। जबकि ध्रुव की मां रजनी सक्सेना आईटीआई कॉलेज में ट्रेनिंग ऑफिसर हैं और पिता अजय महेंद्र सक्सेना रिटायर हो चुके हैं।