AAP के पूर्व नेता ने कहा, केंद्र सरकार दिल्ली में कभी भी राष्ट्रपति शासन लगा सकती है, जानिए क्यों ?

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वरिष्ठ वकील और आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता शांति भूषण ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चिंता बढ़ा दी है। दिल्ली MCD चुनाव लड़ने के ऐलान के बाद योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पीएम मोदी को निशाने पर लिया। रामलीला मैदान में उन्होंने दिल्ली से जुड़े तमाम मुद्दे उठाए और सवाल किए।

मीड़िया रिपोर्ट के अनुसार, रैली में मशहूर वकील शांति भूषण ने कहा कि केंद्र सरकार दिल्ली में केजरीवाल सरकार को हटा करा राष्ट्रपति शासन लागू कर सकती है। शांति भूषण ने कहा कि दिल्ली के सरकार कहती है कि उसे पूरा अधिकार है जबकि ऐसा है नहीं। बार–बार दिल्ली सरकार संविधान में लिखे नियमों के खिलाफ जाकर फैसला लेती है। ऐसे में संविधान के खिलाफ काम करने के लिए केंद्र सरकार दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगा सकती है।

 

शांति भूषण ने मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन होने पर कहा, ‘कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट कोई फैसला नहीं करेगा।’ दिल्ली में कोई भी सरकार हो जिसे शत प्रतिशत बहुमत मिला हो, उसे भी अधिकार नहीं है कि वह संविधान के खिलाफ जाकर कोई काम करे और फैसला ले।

केजरीवाल के बारे में बोलते हुए आहत दिखे वरिष्ठ अधिवक्ता शांति भूषण ने फिर दोहराया कि केजरीवाल को पहचानने में उन्होंने बड़ी गलती की। दरअसल, वह समझ नहीं पाए कि केजरीवाल अपने मन में दिल्ली का मुख्यमंत्री बनने का सपना पाले हुए थे। उन्होंने कहा कि केजरीवाल 2019 में प्रधानमंत्री बनने का सपना पाले हुए हैं, लेकिन वह प्रधानमंत्री तो दूर, तब तक विधायक भी नहीं रह पाएंगे।

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