नई दिल्ली। ई-कॉमर्स की दिग्गज कंपनी स्नैपडील बड़ी संख्या में अपने कर्मचारियों की छूट्टी करने की तैयारी कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, कंपनी अपने 30 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी कर सकती है। कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि धीमी विकास और नई फंडिंग ना मिलने के कारण कंपनी लागत घटाने को मजबूर है। जिसके चलते करीब 1000 कर्मचारियों को निकाला जा सकता है।
इसके अलावा कंपनी की लॉजिस्टिक डिवीजन से करीब 3000 स्थायी और 5000 कॉन्ट्रैक्ट पर रखे गए कर्मचारियों को निकाला जा सकता है। कंपनी ने छंटनी की प्रक्रिया शुरू कर दी है, और इसके लिए दो कंसल्टेंट नियुक्त किए गए हैं। कंपनी अधिकारियों के के साथ काम करने वाले 2 कंसल्टैंट और एक एक्जिक्युटिव ने बताया कि कंपनी की लॉजिस्टिक सब्सिडियरी वल्कन एक्सप्रेस के साथ काम करने वाले 5,000 ठेका कर्मचारियों में से 3,000 लोगों को नौकरी से निकाल सकती है।
कंपनी के एक प्रतिनिधि ने जवाब दिया कि हम कंपनी का लाभ बनाए रखते हुए अपने व्यापार को प्रभावी तरीके से चलाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि हमारे विक्रेताओं और ग्राहकों को लाभ मिल सके। जैसा कि हम पहले भी कर चुके हैं, और सभी अच्छी कंपनियां करती हैं, हम अपने संसाधनों का सही प्रयोग करने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि कंपनी की ग्रोथ बनी रहे।
जेस्पर इन्फोटेक में ई कॉमर्स मार्केटप्लेस स्नैपडील, पेमेंट प्लैटफॉर्म फ्रीचार्ज और लॉजिस्टिक व सप्लाई चेन वल्कन एक्सप्रेस को मिलाकर कुल 10,000 हजार कर्मचारी काम करते हैं। दिल्ली की एक ई-कॉमर्स फर्म के सीईओ ने कहा कि स्नैपडील अपने टार्गेट को अचीव करने के लिए काफी दबाव में है, क्योंकि उसके पास पिछले साल के मुकाबले 30 फीसदी कम संसाधन बचे हैं।