उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में सीएम योगी आदित्यनाथ के संगठन हिंदू युवा वाहिनी द्वारा कथित रूप से एक विवादित पोस्टर लगाया गया है जिसमें लिखा है कि प्रदेश में रहना है तो ‘योगी-योगी’ कहना है। इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

हालांकि, हिंदू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष नीरज शर्मा पांचली के नाम से लगाए गए इस विवादित पोस्टर को लेकर संगठन काफी नाराज है और इन्हें लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। दूसरी तरफ, जिला प्रशासन ने इन पोस्टरों को हटा दिया है। एसएसपी ने इसकी जांच एलआईयू को सौंप दी है।
एसएसपी जे रविन्दर गौड़ ने बताया कि जिले में कुछ जगहों पर हिंदू युवा वाहिनी के नाम से बैनर लगे होने की उन्हें जानकारी मिली थी। इन बैनरों पर लिखा है कि ‘प्रदेश में रहना है तो य़ोगी-योगी कहना है।’
एसएसपी के अनुसार मामला संज्ञान में आने के बाद उन्होंने पूरे प्रकरण की रिपोर्ट एलआईयू से मांगी है। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद आरोपी लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
दरअसल, मेरठ शहर में कई जगहों पर बैनर लगवाए गए हैं। इन बैनरों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही हिंदू युवा वाहिनी के जिला अध्यक्ष नीरज शर्मा पांचली का फोटो लगा है। एक पोस्टर पर लिखा है कि ‘प्रदेश में रहना है तो योगी-योगी कहना है’।
उधर, हिंदू युवा वाहिनी का कहना है कि कुछ लोगों ने षड्यंत्र के तहत ये पोस्टर लगाए हैं, जिससे संगठन को बदनाम किया जा सके। संगठन के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य और संभाग प्रभारी नागेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि एक माह पूर्व नीरज शर्मा पांचली को संगठन के पद से हटाया जा चुका है, जिसके बाद से वह भ्रामक और संगठन को बदनाम करने वाला कार्य कर रहे हैं।
बता दें कि इससे पहले महाराजगंज जिले के एक चर्च में हो रही प्रार्थना सभा को कथित रूप से सीएम योगी आदित्यनाथ के संगठन हिंदू युवा वाहिनी द्वारा रुकवा दिया गया। हालांकि, संगठन ने आरोप लगाया था कि चर्च में प्रार्थना सभा की आड़ धर्मांतरण का काम चल रहा था।