उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों को रौंदने का मुख्य आरोपी और केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्रा का बेटा आशीष मिश्रा को शनिवार को लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर करीब 11 घंटे तक गहन पूछताछ की। यूपी पुलिस ने कहा है कि आरोपी आशीष मिश्रा जांच में सहयोग नहीं कर रहा है।
आशीष मिश्रा की गिरफ़्तारी पर लखीमपुर खीरी मामले में पर्यवेक्षण समिति के अध्यक्ष DIG उपेंद्र अग्रवाल ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि लंबी पूछताछ के बाद हमने पाया कि वे (आशीष मिश्रा) सहयोग नहीं कर रहे, विवेचना में कई बातें बताना नहीं चाहते। इसलिए हम उन्हें गिरफ़्तार कर रहे हैं, उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा।
DIG Upendra Agarwal was heading the monitoring committee investigating the FIR lodged against the minister's son and others in Lakhimpur Kheri incident
— ANI UP (@ANINewsUP) October 9, 2021
आशीष मिश्रा के वकील अवधेश कुमार ने कहा कि, उसे न्यायिक दंडाधिकारी के समक्ष पेश किया गया। सोमवार- 11 अक्टूबर को सुनवाई होगी कि उन्हें पुलिस कस्टडी दी जानी चाहिए या नहीं। फिलहाल वह न्यायिक हिरासत में रहेंगे। पुलिस ने तीन दिन की हिरासत मांगी थी, जिसका हमने विरोध किया था।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने बताया है कि आशीष मिश्रा घटना के दिन दोपहर 2.45 से लेकर 3.30 बजे तक कहां थे? वे इसका कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं कर पाए। जबकि कई प्रत्यक्षदर्शी उनके एसयूवी में सवार होने की बात कह रहे थे। अब आशीष मिश्रा के दो सहयोगी सुमित जयसवाल और अंकित दास से भी पूछताछ की जाएगी।
लखीमपुर में किसानों को कुचलने का आरोपी केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष को शनिवार को लखीमपुर खीरी में घंटों पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार किया गया। यूपी पुलिस ने आशीष मिश्रा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है। हालांकि, केंद्रीय मंत्री के बेटे ने स्वीकार किया कि किसानों के ऊपर से दौड़ी एसयूवी उसकी है, लेकिन उसका कहना है कि वह उसमें सवार नहीं था।