माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने सोमवार (1 फरवरी) को कई अकाउंट्स के ख़िलाफ कार्रवाई करते हुए उन पर रोक लगा दी। इनमें प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर और अभिनेता सुशांत सिंह का अकाउंट भी शामिल हैं। इसमें ‘द कारवां’ नाम की मैगजीन और कुछ पॉलिटिकल ऐक्टिविस्ट्स के अकाउंट्स भी शामिल हैं। ट्विटर ने जिन हैंडल्स पर रोक लगाई है, उनमें ‘किसान एकता मोर्चा’ का अकाउंट भी शामिल है। इन सभी के प्रोफाइल पर क्लिक करने पर लिखकर आ रहा है कि संबंधित अकाउंट पर ‘एक कानूनी मांग के जवाब में भारत में रोक लगा दी गई है।’ इस अप्रत्याशित कार्रवाई से हैरान प्रसार भारती ने ट्विटर से इस एक्शन का जवाब मांगा है।
सरकारी ब्रॉडकास्टर प्रसार भारती ने ट्वीट के ज़रिए ट्विटर और ट्विटर इंडिया से पूछा- क्या आप बता सकते हैं कि प्रसार भारती के सीईओ का ट्विटर एकाउंट किस आधार पर भारत में प्रतिबंधित किया गया है? प्रसार भारती ने इसके साथ एक शशि शेखर के एकाउंट का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है, जिसमें संदेश आ रहा है- Account Withheld. Your account has been withheld in India in response to a legal demand. यानी भारत में आपका एकाउंट एक क़ानूनी मांग के जवाब में रोक दिया गया है।
Dear @twitter @TwitterIndia could you explain the grounds for witholding CEO Prasar Bharati’s twitter handle @shashidigital in India ? pic.twitter.com/ITGpYCaLur
— Prasar Bharati प्रसार भारती (@prasarbharati) February 1, 2021
कारवां की तरह सुशांत सिंह के ट्विटर एकाउंट पर भी रोक लगाई गई. pic.twitter.com/L1ZEJ4trvC
— Ranvijay Singh (@ranvijaylive) February 1, 2021
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इनके अलावा ट्विटर ने कुछ ट्रोल/अनोनिमस अकांउट्स पर भी रोक लगाई है। ट्विटर पर एक साथ कई अकाउंट्स पर रोक लगाने से खलबली मच गई है। बता दें कि, किसान रैली के हिंसक होने के बाद 27 जनवरी को ट्विटर ने कहा था कि उसने 300 से ज्यादा अकाउंट्स को सस्पेंड कर दिया था।
किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के संबंध में दिल्ली पुलिस ने किसान नेताओं समेत 50 लोगों को ताजा नोटिस भेजा है। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने 44 लोगों के विरुद्ध नोटिस जारी किया था। हिंसा में शामिल लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है।