आतंकियों के पनाहगाह पाकिस्तान को ट्रंप ने लगाई फटकार, भारत से मांगी अफगानिस्तान में और मदद

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई है। इस दौरान ट्रंप ने अफगानिस्तान को लेकर नई अमेरिकी नीति की भी घोषणा की। उनकी इस नई नीति में जहां पाकिस्तान पर कड़े अमेरिकी रुख का संकेत मिला तो वहीं ट्रंप ने भारत से उम्मीद जताई कि वह अमेरिका को अफगानिस्तान में और मदद करेगा।ट्रंप ने अपने संबोधन में पाकिस्तान को भी चेतावनी दी और कहा कि पाकिस्तान के आतंकवादियों के सुरक्षित पनाहगाह बने रहने को लेकर अमेरिका चुप नहीं रह सकता है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि 16 साल से अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना की मौजूदगी आगे भी जारी रहेगी।

ट्रंप के मुताबिक, अगर सेना को तुरंत हटा लिया जाएगा तो इससे आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। पाकिस्तान को आतंकवाद का सुरक्षित ठिकाना मानते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अकसर अराजकता के एजेंटों, हिंसा और आंतकवाद को सुरक्षित पनाह देता रहा है।

ट्रंप ने कहा कि अमेरिका द्वारा आतंकवादी संगठन का दर्जा पाए 20 संगठन अफगानिस्तान और पाकिस्तान में सक्रिय हैं। पाकिस्तान अगर अफगानिस्तान में हमारी कोशिशों में हमारा साथ देता है तो उसके पास पाने के लिए बहुत कुछ होगा लेकिन अगर वह आतंकवादियों के लिए इसी तरह सुरक्षित ठिकाना बना रहा तो उसे इसका परिणाम भुगतना होगा।

भारत और पाकिस्तान के बीच लगातार बढ़ रहे तनाव को लेकर डॉनल्ड ट्रंप ने कहा, ‘डर इसलिए भी है कि पाकिस्तान और भारत दोनों ही परमाणु संपन्न देश हैं। इन दोनों के बीच तनाव से संघर्ष बढ़ सकता है, और इसके युद्ध में बदलने की भी आशंका है।’

अमरीकी राष्ट्रपति ने कहा कि हम पाकिस्तान को अरबों डॉलर देते रहे और उसी वक्त वो उन आतंकियों को पनाह देते रहे जिनके खिलाफ हम लड़ रहे हैं। इसे बदलना होगा और ये जल्द बदलेगा। साथ ही ट्रंप ने अफगानिस्तान नीति की घोषणा के वक्त भारत से मदद भी मांगी।

ट्रंप ने कहा, ‘हम चाहते हैं कि युद्ध से ग्रस्त अफगानिस्तान क्षेत्र में भारत हमारी और मदद करे, खासतौर पर आर्थिक क्षेत्र में। हम भारत के साथ रणनीतिक भागीदारी चाहते हैं।’ ट्रंप ने कहा कि पहले वह अमेरिकी सैनिकों को अफगानिस्तान से हटाना चाहते थे लेकिन अब वह ऐसा नहीं चाहते।

अमेरिकी राष्ट्रपति के मुताबिक, अगर वह ऐसा करते हैं तो यह इराक जैसी गलती करना होगा। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान को लेकर उनकी नीति भविष्य में स्थिति के हिसाब से बदल सकती है। ट्रंप ने नई नीति का ऐलान करते हुए कहा कि अब समय आ गया है जब पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अपनी प्रतिबद्धता साबित करनी होगी।

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