पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस(TMC) ने निकाय चुनाव में भी अपना दबदबा बरकरार रखा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आंधी में भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) सहित सभी विपक्षी पार्टियां उड़ गई हैं। ममता की पार्टी तृणमूल ने सभी सात स्थानीय निकाय चुनावों में शानदार जीत दर्ज करते हुए क्लीन स्वीप किया है। बता दें कि इन शहरी स्थानीय निकायों के लिए मतदान 13 अगस्त को हुआ था।
file: PTIहालांकि, इन चुनावों में कांग्रेस और माकपा को पीछे छोड़ते हुए बीजेपी ने राज्य में दमदार उपस्थित दर्ज कराते हुए नंबर दो पर रही। राज्य में एक तरह से मुख्य विपक्ष की भूमिका में आने वाली बीजेपी के लिए यह बड़ी उपलब्धि है। हालांकि, बीजेपी को इन सीटों पर कब्जा की कोशिशों को एक बार फिर झटका लगा है।
दुर्गापुर में तृणमूल कांग्रेस ने सभी 43 वॉर्डों पर कब्जा किया। बुनियादपुर में 14 में से 13 पर तृणमूल जीती, जबकि एक वॉर्ड पर बीजेपी उम्मीदवार विजयी रहा। धूपगुड़ी में तृणमूल ने 16 में से 12 पर कब्जा किया, बीजेपी के खाते में 4 सीटें आईं। पांशकुड़ा में 18 में से 17 सीटों पर ममता की पार्टी जीती, जबकि एक सीट बीजेपी ने जीती। हल्दिया के सभी 29 और कूपर्स कैंप के सभी 12 वॉर्डों पर तृणमूल ने कब्जा कर लिया है।
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— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) August 17, 2017
बंगाल में जिन सात नगर पालिकाओं के लिए चुनाव हुए , उनमें पंंसकुरा, नलहाती, हल्दिया, बुनियादपुर, दुर्गापुर, कूपर्स कैंप और धूपगुरी शामिल हैं। इन सात शहरी स्थानीय निकायों में पांच नगर निगम हैं। पूर्वी मिदनापुर जिले के पांसकुड़ा और हल्दिया, बीरभूम जिले में नलहाटी, दक्षिण दिनाजपुर में बुनियादपुर और जलपाईगुड़ी जिले में धुपगुड़ी।
इनके अलावा वर्धमान जिले के दुर्गापुर नगरपालिका परिषद और नदिया एक अधिसूचित निकाय कूपर्स कैंप अधिसूचित निकाय। सभी सात नगरपालिकाओं में ममता की पार्टी जिस प्रचंड बहुमत से जीती है, उससे ये भी पता लगता है कि यहां उसने अपना मजबूत आधार बना लिया है। आश्चर्यजनक बात तो यह है की कांग्रेस और सीपीएम का कहीं भी खाता तक नहीं खुला।