अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आंख तरेरने के बाद पाकिस्तान आनन-फानन में मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड और जमात-उद-दावा के चीफ हाफिज सईद के संगठनों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। आतंकी सरगना हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा की फंडिंग पर रोक लगाने के बाद अब पाकिस्तान ने इन्हें आर्थिक मदद देने वालों को 10 साल जेल की सजा देने का ऐलान किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से पाकिस्तान पर छल और धोखे का आरोप लगाए जाने के बाद यह कार्रवाई की गई है।

बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान के प्रतिभूति और विनिमय आयोग (एसईसीपी) ने 1 दिसंबर को हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा (जेयूडी) और और फलाह-ए-इंसानियत के चंदा इकट्ठा करने पर पाबंदी लगा दी थी। इसके बाद अब शनिवार को पाकिस्तान ने कहा कि हाफिज सईद के संगठन जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इनसानियत सहित प्रतिबंधित संगठनों को फंडिंग करने वालों को भारी जुर्माने के साथ 10 साल तक की जेल की सजा होगी।
यह चेतावनी उर्दू में देशभर में विज्ञापन के तहत दी गई है। यह विज्ञापन पाकिस्तान के सभी प्रमुख स्थानीय अखबारों में छपे हैं। न्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक इस विज्ञापन में सईद के जमात उद दावा, फलाह ए इंसानियत फाउंडेशन और मसूद अजहर के जैश ए मोहम्मद सहित 72 संगठनों के नाम बताए गए हैं। बता दें कि लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक भी हाफिज सईद ही है।
इस विज्ञापन में कहा गया है कि 1997 के पाकिस्तान के ऐंटी-टेररिज्म ऐक्ट और 1948 के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के ऐक्ट के मुताबिक वॉचलिस्ट में शामिल किसी भी संगठन को फंडिंग देना अपराध है। इसमें आगे कहा गया है कि ऐसे लोगों और संगठनों को फंड देने वाले लोगों को 5 से 10 साल की कैद या 1 करोड़ रुपये का जुर्माना या फिर दोनों की सजा हो सकती है। इसके अलावा ऐसे लोगों की चल और अचल संपत्ति भी सरकार की ओर से जब्त की जा सकती है।
पाकिस्तान को मदद देना मूर्खता: अमेरिका
इससे पहले अमेरिका ने अर्से से दोस्त रहे पाकिस्तान पर नए साल की शुरुआत में जबरदस्त हमला बोला। पाकिस्तान को धोखेबाज और झूठा बताते हुए अमेरिका ने कहा कि अब उसकी ओर से इस्लामाबाद को कोई मदद नहीं मिलेगी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोमवार (1 दिसंबर) को ट्वीट में कहा, पिछले 15 साल से पाकिस्तान अमेरिका को बेवकूफ बनाकर 33 अरब डॉलर की सहायता हासिल कर चुका है। इसके बदले उसने धोखे और झूठ के सिवाय कुछ नहीं दिया। ट्रंप ने कहा कि पाकिस्तान हमारे नेताओं को बेवकूफ समझता है।
The United States has foolishly given Pakistan more than 33 billion dollars in aid over the last 15 years, and they have given us nothing but lies & deceit, thinking of our leaders as fools. They give safe haven to the terrorists we hunt in Afghanistan, with little help. No more!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) January 1, 2018
ट्रंप ने नए वर्ष के अपने पहले ट्वीट में कहा कि, पाकिस्तान ने उन आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया करा रखी है, जिनकी हम अफगानिस्तान में तलाश करते रहे हैं। जबकि अफगानिस्तान को थोड़ी मदद ही दी जाती है। इसको अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से पाकिस्तान के खिलाफ यह अब तक की सबसे तीखी टिप्पणी है।