रेप के आरोप लगाने के बाद से फरार चल रहे दिल्ली के फतेहपुर बेरी इलाके में स्थित मशहूर शनिधाम मंदिर के संस्थापक और स्वयंभू संत दाती महाराज गुरुवार (14 जून) को पहली बार मीडिया के सामने आकर अपने ऊपर लगे आरोपों पर चुप्पी तोड़ी है। मीडिया से बातचीत में दाती महाराज ने कहा कि जो भी आरोप लगे हैं वो आपके सामने हैं। उन्होंने कहा कि मैं उस बिटिया पर आरोप नहीं लगाऊंगा। वो मेरी बेटी है और मैंने गलती की है तो पुलिस जांच करेगी और जांच में सहयोग के लिए पूरी तरह से तैयार हूं।
Photo: ABP NEWSएबीपी न्यूज से बातचीत में दाती महाराज ने कहा, ‘मुझे सचिन जैन ने पीड़िता के नाम पर बर्बाद करने की धमकी दी थी। पीड़िता साल 2008 में मेरे आश्रम में आई थी और मैंने उसे पहले बीसीए करवाया फिर जोधपुर में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए भेजा। इतना ही नहीं पीड़िता को अजमेर में मैंने एमसीए भी करवाने भेजा था।’ उन्होंने आगे कहा, ‘पीड़िता मेरी बेटी है और अप्रैल 2016 के बाद मेरा उससे या उसके परिवार से कोई संपर्क नहीं हुआ है। पीड़िता ने जिन तारीखों के बारे में लिखा है, उन तारीखों के बारे में मैं मेरा कार्यक्रम बनाने वाले लोगों से पूछूंगा।’
उधर, NDTV के मुताबिक यह मामला जिला पुलिस से अपराध शाखा को हस्तांतरित कर दिया गया। पुलिस के संयुक्त आयुक्त (अपराध) आलोक कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि मामला अपराध शाखा को हस्तांतरित कर दिया गया है, हालांकि अभी उन्हें आधिकारिक आदेश नहीं मिले हैं। महिला ने पुलिस को बताया कि वह स्वयंभू बाबा की एक दशक से शिष्य रही है, लेकिन दाती महाराज और उनके दो शिष्यों के उसके साथ कथित रूप से बलात्कार किए जाने के बाद वह अपने गृह प्रदेश राजस्थान लौट गई।
आपको बता दें कि राजस्थान की 25 वर्षीय युवती ने स्वयंभू बाबा दाती महाराज और उसके चेलों पर बलात्कार का आरोप लगाया था। यह मामला दक्षिणी दिल्ली के फतेहपुर बेरी थाने में दर्ज कराया गया था। युवती ने पुलिस को बताया कि वह करीब एक दशक से महाराज की अनुयाई (भक्त) थी। लेकिन महाराज और चेलों द्वारा बार-बार बलात्कार किए जाने के बाद वह अपने घर राजस्थान लौट गई थी।
महिला ने आरोप लगाया कि बाबा के शिष्य उसको जबरन उसके कमरे में भेजते थे और यदि वह इंकार करती तो उसके अन्य शिष्य भी उसके साथ सोते थे। महिला ने आरोप लगाया कि स्वयंभू बाबा के दिल्ली और राजस्थान स्थित आश्रमों में उसका शारीरिक शोषण किया गया। दो साल पहले वह एक आश्रम से भागने में सफल रही और इसके बाद अवसाद में चली गई। बाद में उसने अपनी आप बीती अपने माता पिता को बताई जिसके बाद पुलिस में मामला दर्ज कराया गया।
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाती मालीवाल ने महिला से मुलाकात की थी और उसे पुलिस संरक्षण मुहैया कराए जाने की मांग की थी। इसके साथ ही उन्होंने दाती महाराज को तत्काल गिरफ्तार किए जाने की भी मांग की थी। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक महिला की शिकायत के बाद दाती महाराज के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 376, 377, 354 और धारा 34 के तहत केस दर्ज हो गया है।