बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने गुरुवार(27 सितंबर) को अपने ट्विटर अकाउंट से शहीद भगत सिंह की 111 वीं जयंती पर उन्हें याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी। भारत के सबसे प्रसिद्ध स्वतंत्रता-सेनानियों में से एक को श्रद्धांजलि अर्पित करने को लेकर वह विपक्ष के निशाने पर आ गए। क्योंकि, उन्होंने अपने इस ट्वीट में एक छोटी से गलती कर दी।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, “भारत के महान क्रांतिकारी शहीद-भगत सिंह की जयंती पर उनको शत् शत् नमन #BhagatSingh।” लेकिन भगत सिंह को श्रद्धांजलि देने के चक्कर में सुशील मोदी विपक्ष के निशाने पर आ गए।
भारत के महान क्रांतिकारी शहीद-भगत सिंह की जयंती पर उनको शत् शत् नमन। #BhagatSingh pic.twitter.com/Q011ViSfgX
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) September 27, 2018
उनके इस ट्वीट पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा, “माननीय उपमुख्यमंत्री जी, AK-47 वाले अपराधियों से इतना डर गए कि वीर शहीद क्रांतिकारी भगत सिंह की जयंती ही भूल गए। संघी पाठशाला के ये विद्यार्थी महान स्वतंत्रता सेनानियों के सही इतिहास को मिटाने पर क्यों उतारू है? इन्हें महान गांधी जी, भगत सिंह, नेहरु जी जैसों से दिक़्क़त क्यों है?”
माननीय उपमुख्यमंत्री जी, AK-47 वाले अपराधियों से इतना डर गए कि वीर शहीद क्रांतिकारी भगत सिंह की जयंती ही भूल गए।
संघी पाठशाला के ये विद्यार्थी महान स्वतंत्रता सेनानियों के सही इतिहास को मिटाने पर क्यों उतारू है?इन्हें महान गांधी जी, भगत सिंह, नेहरु जी जैसों से दिक़्क़त क्यों है? https://t.co/1rXqVEKHVO
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 27, 2018
शहीद भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को अविभाजित पंजाब के लायलपुर जिले के बंगा में हुआ था, जो अब पाकिस्तान में है। भगत सिंह बहुत छोटी उम्र से ही आजादी की लड़ाई में शामिल हो गए और उनकी लोकप्रियता से भयभीत ब्रिटिश हुक्मरान ने 23 मार्च 1931 को 23 वर्ष के भगत को फांसी पर लटका दिया।
बता दें कि रविवार को ही बिहार के मुजफ्फरपुर में कथित रूप से AK-47 की मदद से अज्ञात बदमाशों ने पूर्व मेयर समीर कुमार की हत्या कर दी। इसके बाद बदमाश वारदात को अंजाम देकर भाग निकले।
इस घटना के बाद एक कार्यक्रम में सुशील मोदी ने कहा था, ‘मैं अपराधियों से भी हाथ जोड़कर आग्रह करूंगा कि कम से कम पितृपक्ष में छोड़ दीजिए। बाकी दिन तो आप कोई मना करे न करे कुछ न कुछ करते रहते हैं और पुलिस वाले लगे रहते हैं। लेकिन कम से कम ये 15-16 दिन ये जो धार्मिक उत्सव है इस उत्सव में थोड़ा कोई एक काम ऐसा मत करिए जिससे बिहार की प्रतिष्ठा गया जी की प्रतिष्ठा आने वाले लोगों को कोई शिकायत करने का मौका मिले।’
सुशील मोदी के इस बयान का हवाला देते हुए तेजस्वी यादव ने लिखा, “मैं अपराधियों से निवेदन करता हूँ कि पितृपक्ष के दिनों मे कोई वारदात ना करें:-सुशील मोदी, उपमुख्यमंत्री,बिहार। ख़ुलासा और दिलासा मास्टर की कुख्यात जोड़ी डर के मारे कुछ दिनो में अपराधियो के पैर भी पकड़े तो अचम्भित नहीं होना। क्योंकि बिहार पुलिस से ज़्यादा AK-47 अपराधियों के पास है।”
मैं अपराधियों से निवेदन करता हूँ कि पितृपक्ष के दिनों मे कोई वारदात ना करें:-सुशील मोदी, उपमुख्यमंत्री,बिहार
ख़ुलासा और दिलासा मास्टर की कुख्यात जोड़ी डर के मारे कुछ दिनो में अपराधियो के पैर भी पकड़े तो अचम्भित नहीं होना।
क्योंकि बिहार पुलिस से ज़्यादा AK-47 अपराधियों के पास है
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) September 24, 2018