अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर देश में जारी महागठबंधन की कोशिशों के बीच शनिवार (28 जुलाई) को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी (सपा) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक आयोजित हुई। समाजवादी पार्टी (SP) के मुखिया और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) को हटाकर बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग की है। अखिलेश ने कहा कि वो इस मांग को लेकर ‘बैलेट सत्याग्रह’ की तैयारी में हैं।
Photo: @yadavakhileshशनिवार को समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, ‘ हमने फैसला कर लिया है कि अगला चुनाव ‘बैलेट पेपर’ से ही कराए जाएं। हम इसकी मांग चुनाव आयोग से करेंगे। हम इस मांग को लेकर ‘बैलेट सत्याग्रह’ तक करने को तैयार हैं। देश और लोकतंत्र के भविष्य के लिए हम सबसे अपील करते हैं कि वो ईवीएम को हटाए जाने के लिए हमारा साथ दें।’
हमने फ़ैसला कर लिया है कि अगला चुनाव ‘बैलेट पेपर’ से ही कराये जाने की माँग हम चुनाव आयोग से करेंगे. हम इस माँग को लेकर ‘बैलेट सत्याग्रह’ तक करने को तैयार हैं. देश और लोकतंत्र के भविष्य के लिए हम सबसे अपील करते हैं कि वो EVM को हटाए जाने के लिए हमारा साथ दें. pic.twitter.com/5RMlA5BoGR
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 28, 2018
वहीं समाचार एजेंसी IANS के मुताबिक पार्टी के प्रमुख महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने कहा कि ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से आम चुनाव कराया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि इस मांग को लेकर सभी पार्टियों के साथ आंदोलन भी किया जा सकता है। बता दें कि पिछले दिनों बसपा प्रमुख मायावती ने भी बैलट पेपर से चुनाव करने की मांग करते हुए कहा था कि यदि बीजेपी ईमानदार है और लोकतंत्र में विश्वास करती है तो ईवीएम के इस्तेमाल को बंद करे।
रामगोपाल यादव ने कहा कि बैलेट से चुनाव की मांग आयोग ने नहीं मानी तो अन्य दलों के साथ दबाव डालेंगे। चुनाव आयोग के दफ्तर के बाहर धरना देने की भी योजना है। बैठक के बाद पत्रकार वार्ता में यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में सीट के बंटवारे का निर्णय अखिलेश यादव ही लेंगे। उन्होंने बताया कि बैठक में पार्टी ने चार उपचुनाव में जीत को लेकर एक प्रस्ताव पास किया, जिसमें मतदाताओं को धन्यवाद दिया गया।
बैठक में पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रमुख महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल के अलावा पार्टी उपाध्यक्ष किरणमय नंदा व राज्यसभा सांसद जया बच्चन भी शामिल हुईं। इस बैठक के दौरान पार्टी की कार्यकारिणी के सदस्यों ने महागठबंधन को लेकर समाजवादी पार्टी की ओर से फैसला लेने और गठबंधन में सीटों का बंटवारा करने के लिए पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को अधिकृत किया।