भारत रत्न सचिन तेंदुलकर गुरुवार को विपक्ष के हंगामे के कारण राज्यसभा में भाषण नहीं दे पाए तो उन्होंने शुक्रवार (22 दिसंबर) को फेसबुक पर वीडियो अपलोड कर अपनी बात कही। सचिन ने कहा कि मेरा सपना एक स्वस्थ और फिट भारत का है। पर हमारी फिटनेस के सत्र हल्के और खाने के सत्र ज्यादा भारी हैं। हमें यह आदत बदलनी होगी।पूर्व महान क्रिकेटर ने कहा कि देश में 75 अरब लोग मधुमेह से पीड़ित हैं और मोटापे में हम दुनिया में तीसरे नंबर पर हैं। इन बीमारियों से आर्थिक बोझ बढ़ा है। इसके कारण हमारा देश कभी भी तरक्की नहीं कर सकेगा। सचिन ने कहा कि कई लोग खेलने के बारे में बात ही करते हैं लेकिन कभी खेलते नहीं। हमें अपने देश को खेल से प्यार करने वाले राष्ट्र के रूप में बदलना होगा।
15 मिनट के भाषण में सचिन ने कहा कि क्रिकेट मेरा जीवन है, जबकि मेरे पिता उमेश तेंदुलकर एक कवि और लेखक थे। उन्होंने मुङो हमेशा, जो मैं बनना चाहता था वह करने में मदद की। यही खेलने का अधिकार सबसे मिले। सचिन ने कहा कि खेल को करियर बनाने वाले तमाम खिलाड़ियों के पास कोई रोजगार नहीं है। उनकी वित्तीय स्थिति को स्थिर करने के साथ हमें उनके दिमाग का उपयोग भी करना होगा।
साथ ही सचिन ने राष्ट्रीय स्तर के हाकी खिलाड़ी झारखंड के नाउरी मुंडू का उदाहरण देते हुए कहा कि वह अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए शिक्षण कार्य करने के साथ खेत में भी काम करते है। ऐसी ही कहानी एथेंस विशेष ओलंपिक में पदक जीतने वाली सीता साहू की है, जो गोलगप्पे बेचती हैं।
भारत रत्न से सम्मानित सचिन ने कहा कि हमें कोई ऐसी संस्था बनानी होगी जो कम उम्र में सही प्रतिभा की तलाश कर सके। इसके लिए पुराने खिलाड़ियों के कौशल का इस्तेमाल कर सकते हैं। तेंदुलकर ने राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों के लिए स्वास्थ्य बीमा की जरूरत पर भी जोर दिया।
उन्होंने कहा कि मैं कई बातें कहना चाहता था लेकिन कह नहीं पाया। बता दें कि राज्यसभा में गुरुवार को सचिन काफी देर तक अपने स्थान पर खड़े रहे और सभापति वेंकैया नायडू के काफी समझाने के बाद भी विपक्ष के सदस्य हंगामा करते रहे जिससे सचिन अपनी बात नहीं रख सके।
It is my endeavour to transform India from being a sport loving nation to a sport playing nation. I urge you all to participate in this effort and help make my dream, our dream. Always remember, dreams do come true! Jai Hind ??
Posted by Sachin Tendulkar on Friday, December 22, 2017