बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता ऋषि कपूर ने रविवार (12 नवंबर) को ट्वीट कर जम्मू-कश्मीर में विपक्षी दल नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूख अब्दुल्ला के उस बयान का समर्थन किया है, जिसमें राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) को पाकिस्तान का हिस्सा बताया था। फारूख अब्दुल्ला के समर्थन वाला अभिनेता का ट्वीट वायरल हो गया है।कपूर ने अपने ट्वीट में फारूख अब्दुल्ला के बयान को सही बताते हुए लिखा है कि कश्मीर की समस्या के समाधान का एक यही सही तरीका है और वह मरने से पहले पाकिस्तान देखना चाहते हैं। बता दें कि फारूख अब्दुल्ला ने शनिवार (11 नवंबर) को एक बार फिर विवादित बयान देते हुए कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) पाकिस्तान का है। यह चीज नहीं बदलेगी, चाहे भारत-पाक एक दूसरे के खिलाफ कितने ही युद्ध क्यों ना लड़ लें।
अब्दुल्ला के इस बयान के एक दिन बाद रविवार को ऋषि कपूर ने ट्वीट कर उनका समर्थन किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, ‘फारूक अब्दुल्ला जी, सलाम! सर, मैं आपसे पूरी तरह से सहमत हूं। जम्मू-कश्मीर हमारा है और PoK उनका (पाकिस्तान)। हमारी समस्या के समाधान का यह एकमात्र तरीका है। मैं 65 साल का हूं और मैं मरने से पहले पाकिस्तान देखना चाहता हूं। मैं चाहता हूं कि मेरे बच्चे उनकी जड़ें देखें। बस करवा दीजिए। जय माता दी!’
Farooq Abdhulla ji, Salaam! Totally agree with you,sir. J&K is ours, and PoK is theirs. This is the only way we can solve our problem. Accept it, I am 65 years old and I want to see Pakistan before I die. I want my children to see their roots. Bas karva Dijiye. Jai Mata Di !
— Rishi Kapoor (@chintskap) November 11, 2017
अभिनेता का यह ट्वीट थोड़ी ही देर में ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। बता दें कि फारूख अब्दुल्ला ने शनिवार को यह भी कहा था कि आजाद कश्मीर पर किसी तरह की चर्चा गलत है। इस हिस्से का तीन परमाणु शक्ति संपन्न देश चीन, पाकिस्तान और भारत से घिरा होना इसका प्रमुख कारण है।
उन्होंने कहा कि कश्मीर का जो हिस्सा पाकिस्तान के पास है वह उसी का है। इसको लेकर कितने भी युद्ध या वार्ताएं दोनों देशों के बीच हो जाएं सच पर कोई असर नहीं होगा। बता दें कि फारूख का बयान तब आया है जब एक दिन पहले शुक्रवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने ‘कश्मीर की आजादी’ के प्रस्ताव को वास्तविकता से कोसों दूर बताते हुए निरस्त कर दिया था।