गुजरात में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए मंगलवार(8 अगस्त) को मतदान शुरू हो गया है। इसके लिए सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) और कांग्रेस के बीच सियासी जंग तेज हो गई है। कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने अपनी सीट बरकरार रखने के लिए पार्टी विधायकों को आणंद के एक रिसॉर्ट में एकजुट कर रखा है। वहीं, बीजेपी महासचिव भूपेंद्र यादव ने दावा किया कि भाजपा तीनों सीटें जीतेगी।दरअसल, यह राज्यसभा चुनाव सत्ताधारी बीजेपी और विपक्षी पार्टी कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है। बीजेपी द्वारा गुजरात से संसद के उच्च सदन(राज्यसभा) के लिए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को उतारने और कांग्रेस की तरफ से मैदान में अहमद पटेल के खड़े होने से यहां चुनावी मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है।
गुजरात में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले इस चुनावी जंग के कारण सियासी सरगर्मियां काफी तेज हैं। यह जंग नाटकीय राजनीतिक घटनाक्रमों से शुरू हुई है, जिसमें वरिष्ठ कांग्रेसी नेता शंकर सिंह वाघेला का विद्रोह, आधा दर्जन पाटी विधायकों का इस्तीफा और 44 विधायकों को बीजेपी के कथित तौर पर अपने पाले में करने के प्रयासों से सुरक्षित रखने के लिए बेंगलुरु स्थानांतरित करने जैसी घटनाएं शामिल हैं।
शंकर सिंह वाघेला ने कांग्रेस को नहीं दिया वोट
इस बीच अहमद पटेल की मुश्किले बढ़ती जा रही हैं। कांग्रेस के छह विधायक पहले ही पार्टी छोड़ चुके हैं। इस बीच कांग्रेस छोड़ने वाले विधायक शंकर सिंह वाघेला ने मतदान करने के बाद कहा कि मैंने अहमद पटेल को वोट नहीं दिया है। वाघेला ने कहा कि कांग्रेस को कॉन्फ़िडेंस नहीं था, अहमद पटेल की शाख से पार्टी को मजाक नहीं करना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस जीतने वाली ही नहीं है तो उन्हें वोट देने का मतलब नहीं था। बता दें कि कुछ दिनों पहले ही शंकर सिंह वाघेला ने कांग्रेस पार्टी छोड़ी थी। शंकर सिंह वाघेला के अलावा कांग्रेस के दो विधायकों ने भी बीजेपी उम्मीदवार को वोट देने का दावा किया है।
कांग्रेस के दो विधायकों ने बीजेपी को दिया वोट
कांग्रेस के विधायक राघवजी पटेल और धर्मेंद्र जडेजा ने मतदान के बाद मीडिया के सामने एलान किया कि उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार बलवंत राजपूत के पक्ष में वोट किया। कांग्रेस विधायक धर्मेंद्र जडेजा ने कहा कि कांग्रेस एक साल से हमारी नहीं सुन रही थी, हमने बलवंत सिंह राजपूत के लिए वोट किया है।
वहीं, कांग्रेस विधायक राघवजी पटेल ने कहा कि गुजरात में केवल दो पार्टियां हैं- कांग्रेस और भाजपा। अगर मैं कांग्रेस के साथ नहीं हूं, तो आपको पता होगा कि मैं कहां हूं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोडवाडिया ने भी इस बात को स्वीकार करते हुए कहा कि कांग्रेस विधायक होने के बावजूद 2 विधायकों ने भाजपा को वोट दिया, शक्ति सिंह गोहिल ने इसके खिलाफ आपत्ति जताई है।
लेकिन पार्टी के लिए राहत की बात है कि एनसीपी मतदान में कांग्रेस को सपोर्ट करेगी। एनडीटीवी ने शरद पवार के हवाले से कहा कि वह अहमद पटेल को समर्थन देंगे। लेकिन उनके एक विधायक ने यह आदेश मानने से इनकार कर दिया है। उन्होंने बीजेपी को वोट डालने की बात कही है।