गोरक्षकों के भेष में हिंदुत्व आतंकियों की गुंडागर्दी जारी, अब ट्रेन में घुसकर रेलवे और डेयरी फार्म कर्मचारियों को पीटा, दो गिरफ्तार

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कथित गोरक्षकों के भेष में हिंदुत्व आतंकियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है। अभी पहलू खान हत्याकांड का मामला ठंडा ही नहीं हुआ कि अब ओडिशा से गोरक्षकों की गुंडागर्दी की तस्वीरें आई है। ओडिशा के भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पर बुधवार(24 मई) को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने गायों की तस्करी का आरोप लगाते हुए कोचुवेली-गुवाहाटी एक्सप्रेस में दो लोगों सहित रेलवे कर्मचारी की बेरहमी से पिटाई की।

फोटो: News 24

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, यह घटना उस वक्त हुई जब कोचुवेली-गुवाहाटी एक्सप्रेस रात करीब साढ़े नौ बजे भुवनेश्वर स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर-दो पर पहुंची। उसी दौरान करीब 10-12 हिंदुत्व आतंकियों ने स्टेशन पर धावा बोल दिया। खबरों के मुताबिक, इन्हें किसी ने जानकारी दी थी कि ट्रेन की दो पार्सल बोगियों में अवैध रूप से 20 गायें ले जाई जा रही हैं।

इस अफवाह के बाद दर्जनों गुंडे स्टेशन पहुंचे और उन्होंने दो लोगाें को बोगी से निकालकर पीटना शुरू कर दिया, जो गायों को ले जा रहे थे। स्टेशन मास्टर व ट्रेन के ड्राइवर ने बीच-बचाव की कोशिश की तो उनके साथ भी मारपीट की गई। इन्हें किसी तरह जीआरपी (शासकीय रेल पुलिस) और आरपीएफ (रेल सुरक्षा बल) के जवानों ने बचाया। बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की हिंसा में दोनों लोगों को काफी चोटें आई हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित नोएडा के एक डेयरी फार्म में काम करते हैं और कोचुवेली गुवाहाटी एक्सप्रेस से 20 गायों को गुवाहाटी लेकर आए थे। तमिलनाडु के सेलम से खरीदी गई इन जर्सी गायों को गुवाहाटी से मेघालय भेजा जाना था। यहां इन्हें मेघालय सरकार के पशुपालन विभाग को सौंपा जाना था।

इस मामले में शनिवार(27 मई) रात भुवनेश्वर जीआरपी ने आरोपी दो बजरंग दल कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया। पुलिस ने रेलवे परिसर में लगी सीसीटीवी की फुटेज के आधार पर दोनों गिरफ्तारियां कीं। दोनों आरोपियों की शिनाख्त शहर के यूनिट-1 इलाके के सिबानंद पांडा और चिंतामणिश्वर इलाके के सुदर्शन पांडा के रूप में हुई है।

सिबानंद और सुदर्शन पर बुधवार रात कोचुवेली-गुवाहाटी सुपरफास्ट एक्सप्रेस से जबरन दो लोगों को खींचकर बेरहमी से पीटने का आरोप है। घटना के वक्त बजरंग दल, हिंदूरक्षा संगठन और पशु संगठनों से जुड़े 25 अन्य लोग आरोपियों के साथ थे। इन लोगों का कहना था कि दोनों ‘पीड़ित’ गोतस्कर थे।

हमलावरों ने इनके पास से 20 मवेशियों को अपने कब्जे में लिया। हालांकि, बाद में स्टेशन मास्टर ने स्पष्ट किया कि मवेशियों का सख्त नियमों का पालन करते हुए दूसरी जगह ले जाया जा रहा था। हमले के बाद दोनों पीड़ितों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था।पीड़ितों और 20 जर्सी गायों को अब पुरी-गुवाहाटी कामाख्या एक्सप्रेस से गुवाहाटी भेज दिया गया है। साथ ही, उनकी सुरक्षा के लिए 6 पुलिसकर्मी भी भेजे गए हैं। इन गायों का 12.5-12.5 लाख रुपये का बीमा था। हैरानी की बात ये है कि दोनों पीड़ित बहुसंख्यक समुदाय के थे। दोनों के पास गायों की बिक्री के सभी वैध दस्तावेज भी मौजूद थे।

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