रिपोर्ट के मुताबिक, अर्णब का चैनल उनकी कंपनी एआरजी आउटलियर मीडिया प्राइवेट लिमिटेड का हिस्सा है। हालांकि, चैनल शुरू होने से पहले मालिकाना हक को लेकर काफी विवाद भी हुआ था। कई रिपोर्टों में दावा किया गया है कि रिपब्लिक चैनल में NDA के वाइस चेयरमैन और राज्य सभा सांसद राजीव चंद्रशेखर का पैसा लगा है।
इससे पहले बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने अर्णब के चैनल का नाम ‘रिपब्लिक’ रखे जाने पर सवाल उठाया था। इस मामले में स्वामी ने सूचना प्रसारण मंत्रालय को पत्र भी लिखा था। जिसमें स्वामी ने ‘रिपब्लिक’ शब्द पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि इससे प्रतीक अधिनियम, 1950 का उल्लंघन हो सकता है। जिसके बाद अर्नब गोस्वामी ने चैनल का नाम ‘रिपब्लिक’ से बदलकर ‘रिपब्लिक टीवी’ करना पड़ा।